झारखंड:प्री मानसून से बारिश शुरू,4 से 6 जून के बीच मानसून की एंट्री!मौसम विभाग बोला सामान्य से अधिक बारिश
रांची: मौसम विभाग की माने तो झारखंड में प्री मानसून की एंट्री हो चुकी है और इस वर्ष मानसून भी तय तिथि से पहले झारखंड में दस्तक देने वाला है। साहिबगंज और पाकुड़ के रास्ते 4 से 6 जून के बीच झारखंड में एंट्री करेगी।मौसम विभाग ने 31 मई तक गर्जन, हल्की बारिश, आकाशीय बिजली और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इस वर्ष अच्छी मानसून से किसानों को अच्छी मदद मिलने वाली है। किसान बुवाई के लिए तैयार रहें।
झारखंड में प्री-मॉनसून गतिविधियां जोर पकड़ चुकी हैं, और लगभग हर दिन दोपहर बाद राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश हो रही है। रविवार को भी रांची के कुछ हिस्सों सहित अन्य जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 47.4 मिमी बारिश पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ में हुई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD), रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 4 से 6 जून 2025 के बीच साहिबगंज और पाकुड़ के रास्ते झारखंड में प्रवेश करेगा। यह 15 साल में पहली बार होगा जब मॉनसून सामान्य तिथि (12 जून) से पहले दस्तक देगा। मॉनसून 12 से 15 जून तक पूरे राज्य को कवर कर लेगा।
पिछले 15 वर्षों में केवल 2021 में मॉनसून ने 12 जून को समय पर प्रवेश किया था, जबकि 2020 में यह 13 जून को पहुंचा।
वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि समय से पहले मॉनसून के आगमन और अनुकूल परिस्थितियों के कारण इस साल झारखंड में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना है। यह किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा, क्योंकि समय पर बारिश से धान और अन्य फसलों की बुआई में मदद मिलेगी।
साहिबगंज में कृषि विभाग ने 5000 क्विंटल धान और 100 क्विंटल उड़द के बीज की मांग की है, जो 50% अनुदान पर उपलब्ध होंगे।
27 से 29 मई तक गर्जन, तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने लोगों से आकाशीय बिजली के दौरान सावधानी बरतने और खुले मैदानों में न जाने की सलाह दी है।
प्री-मॉनसून बारिश के कारण राज्य में तापमान में कमी आई है। रविवार को डालटेनगंज में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री और लातेहार में न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रांची में अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा। यह बारिश गर्मी से राहत दे रही है, लेकिन आकाशीय बिजली का खतरा बना हुआ है।
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