पटना: बिहार में 10 अप्रैल को बारिश, आंधी-तूफान और बिजली गिरने के कारण 59 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा 22 मौतें नालंदा में हुईं। इनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं। गुरुवार को दोपहर के बाद आये आंधी-पानी में दीवार और पेड़ गिरने की अलग-अलग घटनाओं में 61 लोगों की मौत हो गयी। वहीं बुधवार को वज्रपात से 19 लोगों की मौत हो गयी। पिछले दो दिनों में आंधी-बारिश और वज्रपात से राज्य में कुल 80 लोगों की जान चली गयी है। आंधी पानी से करोड़ों रुपये की क्षति का अनुमान है। इसके साथ ही फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
आंधी-पानी से प्रदेश में हुई मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्माहत है। उन्होंने प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी शोक संवेदना जतायी है। उन्होंने कहा है कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ है। मुख्यमंत्री ने सभी मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने के निर्देश दिये हैं। साथ ही मुख्यमत्री ने अपील की है कि खराब मौसम में घरों में रहे और सुरक्षित रहें।
बिहार में आज और कल यानी 12 अप्रैल तक आंधी-तूफान और वज्रपात का अलर्ट है। 10 जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की भी संभावना है। इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। अगले 24 घंटे में नवादा, गया, सासाराम, औरंगाबाद, बक्सर, जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर, लखीसराय, शेखपुरा, समस्तीपुर, पटना, जहानाबाद, अरवल, नालंदा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, दरभंगा, सीवान, सारण, गोपालगंज, किशनगंज, अररिया, मधुबनी और सुपौल जिलों के भागों में मेघगर्जन के साथ वज्रपात का पूर्वानुमान है।