रांची: दिल्ली पब्लिक स्कूल, रांची ने 17 जुलाई 2025 को अपना 36वां स्थापना दिवस भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम “कृष्णा ओडिसी- अ स्टोरी ऑफ़ इनोसेंस एंड इनसाइट” बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस कार्यक्रम को विवेकानंद प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। यह आयोजन परंपरा, रचनात्मकता और युवा उत्साह का अद्भुत संगम था। इस अवसर पर विवेकानंद प्रेक्षागृह में विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी देखी गई। डीपीएस रांची के विद्यार्थियों ने मंच पर शानदार प्रस्तुतियां दीं, जिनमें उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण की झलक स्पष्ट दिखाई दी।
इस अवसर की गरिमा को माननीय श्री अमोल विनुकांत होमकर, आईजी रेलवे, झारखंड, ने बढ़ाया जिन्होंने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उनके साथ माननीय श्री किशोर कौशल, आईपीएस, कमांडेंट, जैप-7, हजारीबाग, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। श्री समराजीत जी जाचक, सीजीएम (एचआर), आरडीसीआईएस, और इंचार्ज (एचआर), सेल रांची यूनिट एवं डीपीएस रांची के प्रो-वाइस चेयरमैन, की गरिमामयी उपस्थिति भी रही। रांची के अन्य प्रतिष्ठित विद्यालयों के प्राचार्य, प्रमुख शिक्षाविद् और गणमान्य अतिथि भी इस विशेष अवसर पर उपस्थित रहे। विद्यालय की प्राचार्या डॉ. जया चौहान ने सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया, जो विद्यालय की परंपरा और पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक था।
कार्यक्रम की शुरुआत एक स्वागत गीत से हुई, जिसमें विभिन्न संगीत शैलियों का सुंदर संगम देखने को मिला। संस्कृत श्लोकों के गूंजते उच्चारण ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। इसके पश्चात हिंदी में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और गुणों का सुंदर वर्णन प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में अंग्रेज़ी गीतों को भी शामिल किया गया, जिससे परंपरा और आधुनिकता का अनूठा मिश्रण देखने को मिला। रैप म्यूजिक का समावेश इस कार्यक्रम की एक विशेष और आकर्षक प्रस्तुति रही, जिसमें छात्रों की रचनात्मकता और नवीन सोच की झलक दिखाई दी।
परंपरागत दीप प्रज्जवलन समारोह के साथ, कार्यक्रम को औपचारिक रूप से आरंभ किया गया। इसके पश्चात विद्यार्थियों ने ‘ग्रूव गाला’ नामक वाद्य यंत्र प्रस्तुति दी, जिसमें भारतीय शास्त्रीय संगीत और 1980-90 के दशक के बॉलीवुड धुनों का प्रभावशाली संयोजन देखने को मिला। यह प्रस्तुति सिर्फ संगीत प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक भावनात्मक यात्रा थी, जिसने श्रोताओं को अतीत की मधुर स्मृतियों से जोड़ दिया।
अपने संबोधन में, प्राचार्या डॉ. जया चौहान ने इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों का विशेष रूप से धन्यवाद किया। साथ ही, समारोह का हिस्सा बनने के लिए अपने व्यस्ततम कार्यों से समय निकालने के लिए हार्दिक आभार भी प्रकट किया। उन्होंने छात्रों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय के अथक प्रयासों एवं उद्देश्यों से सभी को अवगत कराया। उन्होंने शैक्षणिक और सह-पाठयक्रम प्रतियोगिताओं में डीपीएस राँची के विद्यार्थियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को उल्लेखित किया जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल कर पूरे विद्यालय परिवार का नाम रौशन किया है।। डॉ. जया चौहान ने संस्थान के उस उद्देश्य की पुनः पुष्टि की, जिसके तहत एक ऐसा सहयोगी और प्रेरक वातावरण तैयार किया जाता है जहाँ छात्रों को अपनी प्रतिभा और क्षमता का समुचित उपयोग करने और समाज में सार्थक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
इसके बाद छात्रों द्वारा एक शक्ति और विचारों से परिपूर्ण नृत्य नाटिका ‘कृष्णा ओडिसी – अ स्टोरी ऑफ़ इनोसेंस एंड इनसाइट’ प्रस्तुत की गई। यह प्रस्तुति केवल पौराणिक घटनाओं का वर्णन नहीं थी, बल्कि आज के समाज के लिए महत्वपूर्ण नैतिक संदेशों को उजागर करने का प्रयास था। यह नाटक भक्ति, सच्चाई, लोभ पर विजय, नारी सम्मान और धर्म की रक्षा जैसे उच्चतम मूल्यों पर आधारित था। महाभारत के एक अत्यंत मार्मिक दृश्य में श्रीमद्भगवद्गीता के सार को मंच पर सजीव कर दिया गया।
माननीय श्री अमोल विनुकांत होमकर ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वह विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न कला रूपों के सुंदर मिश्रण को देखकर वह प्रफुल्लित हो उठे। उन्होंने डीपीएस राँची को शिक्षा जगत मे ‘‘अनमोलरत्न” के रूप में माना, जिसके विद्यार्थियों ने अपनी मेधा शक्ति के बल पर अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर में भी कई उपलब्धियाँ हासिल करते हुए विशिष्ट पहचान बनाई है। उन्होंने विद्यालय को राज्य, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त उपलब्धियों के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि डीपीएस रांची न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है, बल्कि यह नैतिक मूल्यों और जीवन कौशल को भी समान महत्व देता है। उन्होंने भावी पीढ़ी के सकारात्मक व्यक्तित्व को आकार देने में शिक्षकों के अथक प्रयासों और अटूट समर्पण की भी सराहना की। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे केवल व्यक्तिगत सफलता पर केंद्रित न रहें, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने वाले वैश्विक नागरिक बनें और ईमानदारी और समर्पण के साथ समुदाय की सेवा करे।
माननीय श्री किशोर कौशल ने कहा, “मैं डीपीएस रांची को इसके 36वें स्थापना दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। विद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता और मूल्य-आधारित शिक्षा प्रशंसनीय है। मैं विद्यार्थियों की उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूँ।”
श्री समराजीत जी जाचक ने कहा, “डीपीएस रांची की 36 वर्षों की समर्पित और समग्र शिक्षा प्रणाली प्रेरणादायक है। विद्यालय में परंपरा और नवाचार का अद्भुत संतुलन विद्यार्थियों को जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने में समर्थ बनाता है। आने वाले वर्षों में भी यह संस्थान उज्ज्वल और जिम्मेदार विद्यार्थियों का निर्माण करता रहे – यही मेरी शुभकामना है।”
अंत में कार्यक्रम का समापन भव्य ग्रैंड फिनाले के साथ हुआ। इसके बाद हेड बॉय ईशान सिन्हा और हेड गर्ल एषिका साहू ने मंच पर आकर हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।