रांची: राजधानी रांची में सोमवार को फुटपाथ दुकानदारों ने ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के बैनर तले जोरदार प्रदर्शन किया और रांची नगर निगम का घेराव किया। हजारों की संख्या में जुटे दुकानदारों ने चेतावनी दी कि जब तक उन्हें संवैधानिक अधिकार नहीं मिलते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आंदोलन की अगुआई फुटपाथ दुकानदार संघ के नेता संदीप कुमार वर्मा, विकास वर्मा ने की। इस मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, जिला सचिव अजय कुमार सिंह भी दुकानदारों के समर्थन में मौजूद रहे।
नगर निगम प्रशासक के साथ हुई वार्ता सकारात्मक रही। नेताओं ने 2009 और 2014 में संसद से पारित कानून तथा झारखंड में 2017 में लागू स्ट्रीट वेंडर एक्ट के प्रावधानों के आधार पर फुटपाथ दुकानदारों को अधिकार और सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग रखी।
दुकानदारों की मुख्य मांगों में शामिल हैं:
पुराने वेंडिंग जोन की जगह नए वेंडिंग जोन का निर्माण, नई वेंडिंग कमेटी का चुनाव, दुकानदारों को प्रमाणपत्र जारी करना, सभी वेंडिंग जोन में पेयजल, शौचालय और स्टोरेज जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना, गैरकानूनी बेदखली और पुलिसिया दुर्व्यवहार पर रोक लगाना। नगर निगम प्रशासक ने कई मांगों पर सहमति जताई और सहयोग का भरोसा दिया।
आंदोलन रहेगा जारी
नेताओं ने कहा कि रांची में 50 हजार से अधिक लोग फुटपाथ पर दुकानी कर अपने परिवार का जीविका चला रहे हैं और शहर की 80% आबादी को सस्ते दाम पर सामान उपलब्ध कराते हैं। इसके बावजूद सरकारें बड़े कॉरपोरेट घरानों और ऑनलाइन कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से फुटपाथ दुकानदारों को खत्म करने की साजिश कर रही हैं।
संदीप कुमार वर्मा ने कहा— “हमें केवल मौखिक आश्वासन में नहीं जीना है। जब तक संवैधानिक अधिकार पूरे नहीं मिलते, आंदोलन जारी रहेगा।” वहीं महेंद्र पाठक ने ऐलान किया कि भाकपा दुकानदारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहेगी।
आगे की रणनीति
सभा में निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में सभी जोन में बैठकें, नुक्कड़ सभाएं और आम सभाएं आयोजित कर आंदोलन को और तेज किया जाएगा। दुकानदार संघ ने साफ किया कि अधिकार हासिल होने तक लड़ाई जारी रहेगी।














