रांची: अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जी की 208वीं जयंती अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव अध्ययन केंद्र के तत्वधान में हटिया स्थित शहादत स्मारक स्तंभ के प्रांगण में पूर्वाह्न 11:00 बजे, ठाकुर निवास बडकागढ़ जगन्नाथपुर में अमर शहीद के अदमकद प्रतिमा पर 9:30 बजे श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
समारोह के मुख्य अतिथि जे. एस.सी. ए. अध्यक्ष श्री अजय नाथ शाहदेव जी का स्वागत अमर शहीद के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने पुष्पगुछ देकर किया।
सर्वप्रथम स्मारक स्तंम्भ मे जाकर शहीद की प्रतिमा पर पुष्प माला पहनाकर कर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री अभिषेक सहाय जी, अतिथि के रूप में श्री परमेश्वर सिंह जी, श्री अनिल कुमार जी, श्री निरंजन कुमार जी, मुख्तार अंसारी जी, अरुण कुमार जी, आशुतोष द्वेदी जी, बेबी कच्छप, श्री चंदन कविराज जी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
जगन्नाथपुर, मौसीबाड़ी, हटिया, सिंहमोर, टीपुदाना एवम आदि से आए लोगों का पारी पारी से स्वागत किया गया। मंच का संचालन श्री गुप्तेश्वर सिंह ने किया।
सर्वप्रथम ठाकुर साहब बड़कागढ़ इस्टेट श्री ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के जीवनी पर प्रकाश डाला साथ ही शहादत स्मारक स्तंभ के सुंदरीकरण की मांग की।
तत्पश्चात श्री परमेश्वर सिंह ने अमर शहीद के जीवनी को पाठ पुस्तकों में शामिल करने की बात कही साथ ही शहीद के मार्ग पर चलने की अपील की।
श्री अनिल कुमार ने कहा कि अमर शहीद के परिवार का उचित सम्मान और उनके जन्म तिथि और शहादत दिवस धूमधाम से मनाने की अपील की।
श्री आशुतोष द्विवेदी ने अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव की 208वीं जयंती की उपलक्ष्य पर भोजपुरी गीत प्रस्तुत की। अध्ययन केंद्र के वरिष्ठ सदस्य श्री मुख्तार अंसारी ने शहादत स्मारक स्तंभ हटिया का ऐतिहासिक महत्व एवं शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव जी के भूमि पर बना मातृ उद्योग एच ई सी की दुर्दशा और एच ई सी विस्थापितों पर हो रहे अन्याय का विरोध दर्ज किया साथ ही एच ई सी की सरप्लस भूमि को ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के वंशज को वापस करने की मांग रखी।
समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री अभिषेक सहाय जी ने महान स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव को उचित सम्मान और उनके रियासत बड़का गढ़ के बारे में बताया।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री अजय नाथ शाहदेव जी ने अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव वीर स्वतंत्रता सेनानी और झारखंड के छोटानागपुर राज परिवार के माटी पुत्र ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर देश को स्वतंत्रता दिलाई। आज सरकार को चाहिए की शहीद के परिवार के सामाजिक, शैक्षणिक,स्वास्थ्य, रोजगार, शहीद के परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाए। स्मारक स्थल के सुंदरीकरण करने एवं शहीद के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव को हर सम्भव मदद करने की बात कही। उन्होने वृहत पैमाने में कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
साथ ही श्री शाहदेव ने कहा की अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव की भूमि पर एच ई सी कारखाना का निर्माण हुआ और वे एच ई सी के प्रथम विस्थापित हुए। आज उनके परिवार को जो सम्मान एच ई सी को देनी चाहिए वो नही मिल रही हैं। एच ई सी प्रबंधन को शहीद के सम्मान में कार्य करने की दिशा पर काम करना चाहिए । उन्होने कहा कि एच ई सी कारखाना को बचाने के लिए सभी विस्थापित भाईयो को एक होने को कहा । उन्होने एच ई सी को बचाने और विस्थापितों के लिए हर कदम पर साथ देने की बात कही। एच ई सी के द्वारा विस्थापितों के साथ हो रहे अन्याय का पुरजोर विरोध किया।
सभा के संचालन श्री गुप्तेशवर सिंह ने कहा कि 2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अर्जुन मुंडा जी की सरकार ने झारखंड सेनानी कोष का निर्माण झारखंड के स्वतंत्रता सेनानी के परिवार के उत्थान हेतु बनाया गया परंतु आज यह मृत्यु प्राय बनकर रह गया। इस कोष को पुर्नगठित करने की बात कही । वही अध्ययन केंद्र के मुख्य संरक्षक श्री इंदर गोप ने शहादत स्मारक स्तंभ के सुंदरीकरण के लिए कहा।
वही केंद्र सदस्य श्री सुधीर सिंह ने कहा की सरकार को अमर शहीदो की जीवनी को पाठक्रम में शामिल करना चाहिए , जिससे आज के पीढ़ी को उनके देश प्रेम और बलिदान की जानकरी मिल सके।
वही सभी सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन से अध्ययन केंद्र का प्रतिनिधि मण्डल मिलकर उन्हें शहीदों की मांग को पहुंचाने का काम करेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अमर शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उतराधिकारी (प्रपोता)एवम जगन्नाथपुर मंदिर के प्रथम सेवक (सेवाइत)श्री ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने किया। कार्यक्रम का सह संचालन श्री अनुज सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन श्री चंदन कविराज ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री अजय नाथ शाहदेव, श्री अभिषेक सहाय, श्री गुप्तेश्वर सिंह, ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव, श्री राजू नायक, श्री अरुण कुमार , श्री परमेश्वर सिंह, श्री चंदन कविराज, मुख्तार अंसारी, श्रीविजय सोनी, श्री लाल निरंजन नाथ शाहदेव, श्री परशुराम सिंह, श्री अमरदीप कौशल, राजन सिंह, श्री इंदर गोप, श्री सुधीर कुमार, अनील कुमार, आशुतोष द्विवेदी,परवेज खलीफा, चंदन कविराज, श्री विवेक चौहान, श्री मिंटू सिंह, अनिल कुमार सिंह, सीताराम ओहदार, सुधीर सिंह, ओमप्रकाश, हरीश चौधरी, सोमा मुंडा, एतवा उरांव, बेबी कच्छप, कोशल्या देवी, सुनता देवी एवम समस्त बडकागढ़ जगन्नाथपुर, हटिया, सिंहमोर, हेसाग, टुपुदाना, मौसीबाड़ी से लोग शामिल हुए।