रक्सौल: नेपाल के बीरगंज में सांप्रदायिक हिंसा भड़कने से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नेपाल सरकार ने बीरगंज में 24 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके चलते भारत-नेपाल के रक्सौल-बीरगंज सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है। स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू का समय और बढ़ाया जा सकता है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, हिंसा के कारण रक्सौल के कई लोग बीरगंज में फंस गए हैं। बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित रक्सौल से सटे इस सीमावर्ती क्षेत्र में हुई हिंसा पर भारत सरकार भी नजर रखे हुए है। स्थिति अभी भी संवेदनशील बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार, नेपाल के बीरगंज महानगरपालिका क्षेत्र के छपकैया में एक धार्मिक शोभायात्रा निकाली गई थी। तभी अचानक भीड़ पर छत से ईंट-पत्थर बरसने लगे। जिसमें कई लोग घायल हो गए और माहौल बिगड़ गया। देखते ही देखते भीड़ ने हिंसक रूप धारण कर लिया। कई दुकानों में भी आगजनी की गई। हिंसक झड़प के बीच कई वाहन भी धू-धू कर जल गए। इस दौरान लोगों ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। झड़प में महिलाओं बच्चों और राहगीरों समेत करीब 50 लोग घायल हो गए। कई पुलिसकर्मी भी घायल बताए जा रहे हैं।
दंगा नियंत्रण के लिए नेपाल पुलिस ने आंसू गैस भी छोड़ी। इसके बाद भी नेपाल के बीरगंज में हालात बेकाबू है। नेपाल पुलिस लगातार दंगे पर काबू पाने के प्रयास में जुटी है। गंभीर स्थिति को देखते हुए नेपाल प्रशासन ने बीरगंज में कर्फ्यू लगा दिया।