श्री बंशीधर नगर : गांव से राष्ट्रीय मंच तक, शिक्षा और नेतृत्व का प्रेरणादायक सफर की कहानी, पढ़े पूरी खबर

On: January 6, 2025 4:52 PM

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शुभम जायसवाल
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा): नगर पंचायत क्षेत्र के जतपुरा निवासी इंद्रवीर शुक्ला ने शिक्षा और नेतृत्व के क्षेत्र में अपनी कड़ी मेहनत और अद्भुत प्रतिभा के बल पर मिसाल पेश की है। वे बीआरसी कांडी के लेखपाल प्रदीप कुमार शुक्ला और सहायक अध्यापिका कुमारी इंदु के पुत्र हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन
इंद्रवीर ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल, भवनाथपुर टाउनशिप से पूरी की, जहां उन्होंने मैट्रिक परीक्षा में 10 सीजीपीए प्राप्त कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इसके बाद उन्होंने डीपीएस रांची से उच्च माध्यमिक शिक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। अपनी उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ से न्यायिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की और इसमें भी प्रथम श्रेणी प्राप्त की।
छात्र राजनीति में प्रभावशाली भूमिका
शैक्षणिक उपलब्धियों के साथ-साथ इंद्रवीर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व क्षमता ने उन्हें केंद्रीय विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के मंत्री पद तक पहुंचाया। इसके अलावा, वे एबीवीपी छत्तीसगढ़ के प्रदेश कार्य समिति सदस्य और विकासार्थ विद्यार्थी के प्रांत संयोजक के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वर्तमान में, इंद्रवीर एबीवीपी की केंद्रीय कार्य समिति के सदस्य और विकासार्थ विद्यार्थी के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में कार्यरत हैं।
गांव की मिट्टी से निकला राष्ट्रीय सितारा
इंद्रवीर शुक्ला अपने दादा-दादी, सेवानिवृत्त शिक्षक तीर्थराज शुक्ला और पार्वती देवी के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में आगे बढ़े। एक छोटे से गांव से निकलकर उन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और नेतृत्व क्षमता से राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है।
प्रेरणा का स्रोत
इंद्रवीर शुक्ला का जीवन यह संदेश देता है कि मेहनत, शिक्षा और नेतृत्व क्षमता से कोई भी व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयों को छू सकता है। उनकी सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा है।