---Advertisement---

कुर्सी तोड़ने वालों पर एफआईआर, उकसाने वालों पर इनाम—क्या यह न्यायसंगत है?

On: March 24, 2025 2:43 PM
---Advertisement---

शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर(गढ़वा) – राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव में कुर्सी तोड़फोड़ का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। प्रशासन ने 10 नामजद और 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है, जिनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या केवल कुर्सी तोड़ने वालों को ही दोषी माना जाना चाहिए, या फिर उन्हें उकसाने वालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए?

इस पूरे प्रकरण में कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर मौजूद मशहूर कलाकार पूजा चटर्जी का वीडियो सामने आया है, जिसमें वह दर्शकों को कुर्सियां तोड़ने के लिए उकसाते हुए कह रही हैं— “कुर्सी टूटना सक्सेसफुल इवेंट माना जाता है। अभी इंज्वॉय कीजिए, बाद में तोड़ दीजिएगा।” इसी के बाद दर्शकों ने कुर्सियां तोड़नी शुरू कर दीं।

अब सवाल यह है कि क्या केवल दर्शकों को ही दोषी ठहराया जाना चाहिए, जबकि उन्हें उकसाने वाली कलाकार और कार्यक्रम की इवेंट कंपनी को न सिर्फ दोषमुक्त रखा गया, बल्कि सम्मानित भी किया गया?

विशेषज्ञों का मानना है कि एफआईआर दर्ज करने से पहले प्रशासन को यह भी देखना चाहिए था कि क्या दर्शक केवल कुर्सियां तोड़ने के इरादे से आए थे, या फिर उन्हें किसी ने उकसाया था। यदि यह जांच होती, तो एफआईआर में सिर्फ दर्शकों के बजाय कलाकार और आयोजकों का नाम भी शामिल होता।

प्रशासन की दोहरी कार्रवाई पर उठे सवाल

एक ओर जहां नाबालिग बच्चों समेत 10 लोगों के खिलाफ नगर ऊंटारी थाने में मामला दर्ज किया गया, वहीं दूसरी ओर कुर्सी तोड़ने के लिए उकसाने वाली कलाकार पूजा चटर्जी और इवेंट कंपनी को कोई सजा नहीं दी गई। बल्कि, उन्हें सम्मानित कर मोटी रकम दी गई।

इससे साफ होता है कि प्रशासन ने दोहरा मापदंड अपनाया है। सवाल यह उठता है कि अगर दर्शकों की गलती थी, तो क्या उकसाने वाले दोषमुक्त हो सकते हैं? क्या कानून सबके लिए समान नहीं होना चाहिए?

इस पूरे घटनाक्रम ने महोत्सव की गरिमा को ठेस पहुंचाई है और प्रशासन की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इस पर पुनर्विचार करेगा या फिर यह मामला यूं ही दबकर रह जाएगा।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

Join WhatsApp

Join Now

और पढ़ें

स्व. गुड्डू सिंह की स्मृति में छठ व्रतधारियों के बीच फल-सामग्री का वितरण,भक्ति के साथ करें जनसेवा— किरण सिंह

छठ महापर्व पर सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने दी क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं

नहीं रहे राम अवतार साह उर्फ साहू गुरुजी, शिक्षा जगत में शोक की लहर

थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने की समीक्षा बैठक, बोले- व्रतियों की सुरक्षा सर्वोच्च, असामाजिक तत्वों पर होगी सख्त कार्रवाई

बहनों ने व्रत रख कर मनाया भाईदूज,भाइयों के माथों पर तिलक कर बहनों ने की दीर्घायु की कामनाएं

श्री बंशीधर नगर में उधार पैसे मांगने पर बवाल, महिला समेत 3 लोगों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश, आरोपी फरार