मझिआंव (गढ़वा): नपं क्षेत्र के वार्ड नंबर चार स्थित मझिआंव खुर्द गांव के समीप मुख्य सड़क के बगल में पिछले डेढ़ साल से सील किया गया अवैध क्लिनिक गढ़वा न्यायालय के आदेश के बावजूद भी सोमवार की देर शाम नहीं खुल सका। क्योंकि अनुसंधानकर्ता नहीं थे।
ज्ञात हो कि गढ़वा एसीजेएम न्यायालय द्वारा पिछले 30 मई 2024 को आदेश निर्गत किया गया है। लेकिन अब सील खोलने के लिए अगले 27 जून 2024 को समय निर्धारित किया गया है। बताते चले की तत्कालीन जिला उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश पर फर्जी क्लिनिक को सील कर दिया गया था। जिसे जांचोंपरांत तत्कालीन तत्कालीन अंचलाधिकारी राम जी प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में छापामारी कर संजीवनी क्लीनिक के संचालक डॉक्टर बी शर्मा के मेडिकल के सहयोगियों द्वारा गत 13 दिसंबर 2022 को क्लीनिक से सटे खेत में लिटाकर एक मरीज को इलाज करने के आरोप में सील किया गया था। इस संबंध में क्लीनिक के संचालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए क्लीनिक को सील कर दिया गया था। प्राथमिकी आलोक में संचालक बी शर्मा को न्यायालय द्वारा जमानत मिल चुकी है। और साथ ही सील किया हुआ क्लीनिक को खोलने का आदेश पिछले 30 मई 2024 को दे दिया गया है। लेकिन अभी तक सील किए गए क्लीनिक की खोलने की नियमों की अर्हता के अभाव में नहीं खोला जा सका। इसके लिए अंचलाधिकारी शंभू राम को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्ति किया गया है।
इधर दंडाधिकारी शंभू राम पुलिस बल के साथ अचानक सील किए गए क्लीनिक के पास पहुंचे और पहुंचते ही सड़क के बगल में कई अवैध क्लीनिक के संचालकों के बीच हड़कंप मच गया। कई फर्जी क्लिनिक संचालक अपना ब्लैकबोर्ड आनन फानन में हटा दिए। इसी बीच प्रतिनियुक्ति दंडाधिकारी के नेतृत्व में पास में ही अवैध ढंग से संचालित मां वैष्णो क्लिनिक के अंदर भी घुसे। और घुसते ही मौके पर मौजूद क्लीनिक के संचालक सह झोलाछाप डॉक्टर पी,के सिंह को तत्काल अवैध क्लीनिक को बंद करने का निर्देश दिया। बताते चले की मां वैष्णो क्लीनिक पर पिछले जिला स्तरीय गठित मेडिकल जांच टीम द्वारा पिछले 20 मई 2023 को छापामारी किया गया था। लेकिन छापामारी असफल रही थी। और देखते ही देखते आसपास के लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी।
इधर इस संबंध में अंचलाधिकारी सह दंडाधिकारी शंभू राम ने बताया कि सील किए गए संजीवनी क्लिनिक को खोलने का आदेश गढ़वा एसीजेएम न्यायालय द्वारा प्राप्त हुआ है। लेकिन केस के अनुसंधानकर्ता की अनुपस्थिति में क्लीनिक नहीं खोला जा सकता है। इधर उन्होंने बताया कि फिलहाल अनुसंधान करता विशेष कार्य हेतु रांची की ओर निकले हुए हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 27 जून को अनुसंधानकर्ता के आने के बाद सील किए गए क्लीनिक को खोला जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सड़क के बगल में कई अवैध क्लिनिक फर्जी तरीके से चल रहे हैं। सभी को चेतावनी दी गई है। अन्यथा पकड़े गए तो कार्रवाई की जाएगी। टीम में मुख्य रूप से सीएचसी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ, सीआई सुधांशु पाठक, एवं एसआई चंदन प्रधान पुलिस दलबल के साथ तैनात थे।