श्रीनगर/नई दिल्ली: जम्मू में कश्मीर टाइम्स अखबार के कार्यालय पर स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) की छापेमारी ने मीडिया जगत में सनसनी फैला दी है। जानकारी के मुताबिक, तलाशी के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को ऑफिस से AK राइफल के राउंड्स, पिस्टल के कारतूस और तीन ग्रेनेड लीवर बरामद हुए हैं। एक मीडिया प्रतिष्ठान के अंदर से ऐसे संवेदनशील हथियार सामग्री मिलना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। बताया गया है कि अभी तक तलाशी जारी है।
देश-विरोधी कंटेंट पब्लिश करने वाले केस से जुड़ी है कार्रवाई
छापेमारी उस केस का हिस्सा है जिसमें कश्मीर टाइम्स और उसके प्रमोटरों पर देश की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ सामग्री प्रकाशित करने का आरोप लगाया गया था। इसी केस के सिलसिले में गुरुवार को SIA की टीम ने कार्यालय की विस्तृत तलाशी ली। एजेंसी ने कंप्यूटर सिस्टम, हार्ड डिस्क, दस्तावेजों और दफ्तर के अलग-अलग हिस्सों की जांच की। इसी दौरान दफ्तर की अलमारियों और स्टोरेज एरिया में छिपाई गई हथियारों से जुड़ी सामग्री मिली।
एग्जीक्यूटिव एडिटर पर केस
कश्मीर टाइम्स की एग्जीक्यूटिव एडिटर अनुराधा भसीन के खिलाफ भी कथित तौर पर नाराजगी फैलाने, अलगाववाद का महिमामंडन करने और भारत व केंद्र शासित प्रदेश की संप्रभुता और टेरिटोरियल इंटीग्रिटी को खतरा पहुंचाने के लिए FIR दर्ज की गई है।
अखबार के कार्यालय तक कैसे पहुंचे और इन्हें वहां कब छुपाया गया। SIA की शुरुआती आशंका है कि हथियार किसी बड़ी आपराधिक या आतंकी गतिविधि से जुड़े हो सकते हैं, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही होगी।
कश्मीर टाइम्स ने कार्रवाई को बताया राजनीतिक और डराने की कोशिश
छापेमारी के बाद कश्मीर टाइम्स की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह कदम सत्ता से सवाल पूछने वाले मीडिया को निशाना बनाने की कोशिश है। अखबार ने दावा किया, “हम इसलिए टारगेट किए जा रहे हैं क्योंकि हम सच बोलते हैं और सरकार से सवाल पूछते हैं। लगाए गए आरोप पूरी तरह राजनीति से प्रेरित हैं। हमें चुप कराने और बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।” अखबार ने यह भी याद दिलाया कि अक्टूबर 2020 में भी श्रीनगर स्थित उनके मुख्य कार्यालय को प्रशासन ने अचानक सील कर दिया था।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
अखबार के दफ्तर से हथियार मिलना मीडिया संस्थानों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। वहीं सुरक्षा एजेंसियां आशंका जता रही हैं कि यह मामला किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा भी हो सकता है।
वर्तमान परिस्थितियों में SIA बरामद सामग्री को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी कर रही है, जबकि दफ्तर से बरामद दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की भी विस्तृत जांच की जा रही है।














