“ना सड़क, ना एंबुलेंस, ना इलाज… सरकार की घोषणाएं हवा-हवाई”, बोले ग्रामीण और भाजपा नेता
सिमडेगा (झारखंड)। झारखंड सरकार के तमाम विकास के दावों को एक बार फिर सिमडेगा जिले के चुंदियारी गांव का एक वायरल वीडियो कटघरे में खड़ा कर रहा है। वायरल हो रहे इस वीडियो में एक बुजुर्ग महिला को खाट पर लादकर ग्रामीणों को अस्पताल ले जाते देखा जा सकता है। सड़क नहीं होने के कारण गांव में एम्बुलेंस तक पहुंच पाना संभव नहीं था। यह नजारा राज्य की जमीनी हकीकत और सरकारी तंत्र की उदासीनता को दर्शाता है।
गांव की स्थानीय महिला सावित्री देवी ने बताया कि गांव में न तो सड़क है, न पुलिया और न ही कोई त्वरित आपात सुविधा। उन्होंने बताया, “बुजुर्ग महिला घर में गिर गई, कमर में चोट लगी। कोई सुविधा नहीं है। ना सड़क है, ना एंबुलेंस आ सकती है। इसलिए हम लोग खाट पर उठाकर गाड़ी तक ले गए।
यह घटना न केवल झारखंड की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की तस्वीर पेश करती है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की कमी का भी बड़ा उदाहरण बन गई है।
भाजपा नेताओं ने इस घटना को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया है। नेताओं ने कहा कि “सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। घोषणाएं तो रोज होती हैं लेकिन धरातल पर कोई सुविधा नहीं पहुंच रही है।” उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को सिमडेगा जैसे क्षेत्रों की जमीनी सच्चाई को देखकर ठोस कदम उठाने चाहिए।
सरकार के तमाम दावों और योजनाओं के बावजूद आज भी ग्रामीणों को खाट पर इलाज की आस लेकर सरकारी तंत्र की ओर ताकना पड़ता है। यह नजारा झारखंड की उस सच्चाई को उजागर करता है, जो विकास की प्राथमिकताओं और वादों की पोल खोल रहा है।