झारखंड वार्ता न्यूज़
गढ़वा:- झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी, झारखण्ड राँची ने झारखण्ड में कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में उद्यमी और युवाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाने एवं प्रदत सुविधा को ज्यादा रोजगार अनुरूप बनाने के साथ जिला स्तर पर संस्थागत क्षमता निर्माण को समावेशी बनाने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) के साथ साझेदारी की है। जैसा कि ज्ञात है कि प्रत्येक जिला एवं क्षेत्र की औद्योगिक एवं आर्थिक गतिविधियां भिन्न-भिन्न परिस्थितियों पर निर्भर करती है। फलतः कौशल गैप को भरने तथा संबंधित क्षेत्र की औद्योगिक जरुरतों के अनुरुप कौशल विकास प्रोग्राम को संचालित करने के लिए जिला कौशल समिति के सदस्यों एवं विभिन्न विकास संगठन / संघ/ युवा एवं उद्यमियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज Skill Visioning Work Shop का आयोजन समाहरणालय गढ़वा के सभागार में उपायुक्त शेखर जमुआर की अध्यक्षता में किया गया है। उपायुक्त ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

मौके पर जिला नियोजन पदाधिकारी-सह-कौशल विकास पदाधिकारी, नीरज कुमार द्वारा पौधा भेंट कर उपायुक्त एवं उप विकास आयुक्त का स्वागत किया गया। मौके पर जिला नियोजन पदाधिकारी-सह-कौशल विकास पदाधिकारी ने कार्यशाला के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि जिला स्तर पर युवाओं को कौशल प्रशिक्षण से जोड़ कर उन्हे अर्थिक रुप से स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से यह कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

कार्यशाला में विभिन्न बिंदुओं पर गहनता पुर्वक विचार विमर्श किया गया। इनमें मुख्य रूप से जिला स्तर पर कौशल विकास में प्रमुख चुनौतियाँ और अवसर, हम कौशल विकास को और अधिक समावेशी कैसे बना सकते हैं, वर्ष 2024-25 के लिए किस नौकरी/सेक्टर को प्राथमिकता दी जाये। उद्योग साझेदारी और सहयोग बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम एवं कौशल प्रक्षिक्षण को कैसे प्रभावी बनाया जा सकता है इस पर विचार विमर्श किया गया। उपायुक्त ने आईटीआई के क्षेत्र में कई अन्य विषयों को जोड़ने का निर्देश दिया, इनमें टीवी, फ्रिज, कम्प्यूटर समेत अन्य के तकनीकी प्रशिक्षण, कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र समेत अन्य को लेकर आवश्यक निर्देश दिया गया। जिससे सभी को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ा जा सके।
