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सपा नेता अखिलेश यादव बुरे फंसे,यूपी SC/ST आयोग ने बाबा साहेब के साथ उनकी आधी तस्वीर पर लिया संज्ञान,FIR

On: May 2, 2025 4:16 AM
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उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव का बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के साथ एक पोस्ट में आधी तस्वीर बने होने के मामले को उत्तर प्रदेश एससी एसटी आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इसे गंभीर अपमान का मामला बताते हुए लखनऊ पुलिस आयुक्त को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया है।

आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने इसे दलित समाज की आस्था से खिलवाड़ बताया।उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग ने SC-ST एक्ट 1989 के तहत मामला दर्ज करने को कहा है। साथ ही पुलिस आयुक्त को निर्देशित किया है कि मामले की आख्या 5 मई को सुबह 11.30 बजे तक आयोग के सामने प्रस्तुत की जाए।

उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने सपा और अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि , बाबा साहेब का यह अपमान समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. सपा ने हमेशा दलितों और बाबा साहेब का अपमान किया है, इस घृणित कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि, बाबा साहेब के साथ अखिलेश यादव की तस्वीर लगाना दूषित मानसिकता का प्रमाण है. महापुरुषों का अपमान और राष्ट्रविरोधियों का महिमामंडन सपा की फितरत रही है. सत्ता में रहें या विपक्ष में, सपा ने हमेशा दलित समाज का तिरस्कार किया है.

आपको बता दें कि इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी की ओर से आज सुबह एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि , “हम अपने सभी समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रेम, स्नेह, समर्पण के लिए उनकी भावनाओं का हृदय से आभार प्रकट करते हैं, साथ ही ये अति संवेदनशील अपील भी करते हैं कि भावना में बहकर कभी भी किसी पार्टी नेता की तुलना या समकक्षता किसी भी दिव्य और पूजनीय महापुरुष या महाव्यक्तित्व से किसी भी संदर्भ में नहीं करें और न ही इस तुलना को दर्शानेवाली कोई भी तस्वीर, प्रतिमा, गीत बनाएं या बयान दें. दिव्य व्यक्तित्व व महापुरुष किसी भी तुलना से बहुत ऊपर होते हैं.”

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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