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संस्कार भारती तरुण प्रभा द्वितीय फिल्मोत्सव से प्रेरित हुए शहर के विद्यार्थी

On: January 30, 2025 6:36 AM
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जमशेदपुर: कला साहित्य एवं रंगमंच के समर्पित अखिल भारती संस्था संस्कार भारती जमशेदपुर महानगर इकाई के 12 से 17 आयु वर्ग के किशोरों का आयाम “तरुण प्रभा” द्वारा आयोजित द्वितीय तरुण फिल्मोत्सव मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के प्रेक्षागृह में प्रदर्शित किया गया जिसमें पाँच रुपये वाला डॉक्टर, सरहद, बाल मजदूरी पर आधारित फिल्म कवि, सिलवटें, द डे आफ्टर, प्लेज़, आवरण, परिश्रम, परिचय आदि फिल्मों के माध्यम से संस्था ने शहर के मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, संत जेवियर्स इंग्लिश हाई स्कूल, खासमहल के तरूणों में देशप्रेम जागृत करने, अपने संस्कारों की जानकारी एवं उसके प्रति सम्मान की भावना उत्पन्न करने तथा देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषो की जीवन गाथा से प्रेरित करने का प्रयास किया।

फिल्मोत्सव का उद्घाटन मुख्य अतिथि मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता सिंह, संस्कार भारती जमशेदपुर इकाई की अध्यक्ष डॉ. रागिनी भूषण संरक्षक श्री कन्हैया लाल अग्रवाल, श्री अभय सिंह के करकमलों से हुआ। फिल्म प्रस्तुति में तकनीकी संचालन झारखंड विभाग प्रमुख श्री विजय भूषण एवं तकनीकी सहायक के रूप में श्री शशि भूषण ने अपनी भूमिका निभाई।

अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि ने विद्यार्थी जीवन में अनुशासन रखने की बात कही एवं अध्यक्ष डॉ. रागिनी भूषण ने तरुणों के उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद देते हुए कहा कि अपनी सामाजिक एवं नैतिक जिम्मेदारी का अनुपालन करें।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्कार भारती जमशेदपुर इकाई की महामंत्री श्रीमती अरूणा भूषण ने विद्यालय प्रबंधन को प्रेक्षागृह उपलब्ध कराने और फिल्में उपलब्ध करने हेतु संस्कार भारती के झारखंड प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. सुशील ‘अंकन जी का धन्यवाद किया।

कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के लगभग 600 विद्यार्थियों सहित शिक्षक – शिक्षिकाओं और शहर के प्रबुद्ध जनों ने हर्ष, धैर्य और संयम के साथ “तरुण फिल्मोत्सव” में फिल्मों का अवलोकन किया और भारत माता की जय, वंदेमातरम के उद्घोष से प्रेक्षागृह गूँजयमान हो उठा।

फिल्मोत्सव का समापन “सरहद” फिल्म और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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