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विद्यार्थी शिक्षा का उपयोग केवल व्यक्तिगत सफलता तक सीमित न रखें, समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान सुनिश्चित करें : राज्यपाल

On: December 9, 2024 1:52 PM
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रांची: माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार ने आईआईटी (आईएसएम), धनबाद के 99वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह संस्थान न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि यह एक ऐसी परंपरा का प्रतीक है, जिसने ज्ञान, नवाचार और राष्ट्रीय सेवा के मूल्यों को साकार किया है। उन्होंने संस्थान के गौरवशाली इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि इसकी स्थापना 1926 में खनन और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति लाने के उद्देश्य से की गई थी। यह संस्थान देश के शैक्षिक एवं औद्योगिक विकास का दर्पण है और आज यह अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है।

राज्यपाल महोदय ने कहा कि आज जब हमारा देश माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है, तो आईआईटी (आईएसएम) जैसे संस्थानों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यहाँ से पढ़े विद्यार्थियों ने न केवल शैक्षिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में भी अपना अमूल्य योगदान दिया है।


माननीय राज्यपाल महोदय ने संस्थान के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि आईआईटी (आईएसएम) केवल तकनीकी और अकादमिक सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह नवाचार, उद्यमशीलता और सामाजिक बदलाव की प्रेरणा भी है। राज्यपाल महोदय ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपनी शिक्षा का उपयोग केवल व्यक्तिगत सफलता तक सीमित न रखें और समाज और राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान सुनिश्चित करें।

माननीय राज्यपाल महोदय ने विद्यार्थियों से कहा कि आपका दायित्व है कि आप सामाजिक समस्याओं को समझें और उनके समाधान के लिए कार्य करें। एक विकसित भारत तभी संभव होगा जब हम सभी अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा से निभाएँ। राज्यपाल महोदय ने संपूर्ण आईआईटी (आईएसएम), धनबाद परिवार को स्थापना दिवस की बधाई दी और आशा व्यक्त की कि यह संस्थान अपने ज्ञान, नवाचार और सेवा की परंपरा को जारी रखते हुए विकसित भारत@2047 के लक्ष्य प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आईआईटी (आईएसएम), धनबाद अपने आगामी वर्षों में और भी उत्कृष्टता को  प्राप्त करने की ओर सक्रियता से अग्रसर होगा और वैश्विक स्तर पर अपने योगदान से विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बनाएगा। राज्यपाल महोदय द्वारा उक्त अवसर पर संस्थान का डिजिटल कैलेंडर लॉन्च किया गया।

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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