टाटानगर रेलवे रिटायर्ड इंप्लाइज एसोसिएशन ने मनाया मजदूर दिवस,लाल झंडा किसी की व्यक्तिगत संपत्ति नहीं:एन आर मांझी
सचेत श्रमिक कौन है? श्रमिक वर्ग क्या है?
और जो इन अधिकारों की बात करता है, दूसरों को भी इनके बारे में जागरूक करता है — वही सचेत श्रमिक है। वही असली श्रमिक वर्ग की बात करता है। यही है श्रमिक वर्ग की चेतना।
पुराने ज़माने में ज़मींदार ढोल पिटवाकर समाचार फैलवाते थे, और साथ में लाल झंडा लहराया जाता था। बाद में विभिन्न आंदोलनों के माध्यम से यह झंडा मज़दूरों और श्रमिकों के हाथों में आया।
चार मजदूर नेताओं को फाँसी दी गई — इनमें से एक, अल्बर्ट आर पार्सन्स, मई दिवस का अमर प्रतीक बन गए।
इंग्लैंड से लेकर दुनिया भर में मई दिवस की परंपरा शुरू हो गई।
मई दिवस — मजदूर एकता का दिवस है। मई दिवस — मजदूरी की दासता से मुक्ति की शपथ का दिन है।
इसे बढ़ावा देने के लिए ये लोग दलाल मजदूर, दलाल राजनीतिक पार्टियाँ, दलाल ट्रेड यूनियन और दलाल बुद्धिजीवियों को इस्तेमाल करते हैं। ये दलाल वर्ग ही मजदूरों को संगठित होने से रोकता है।
वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ मेहनतकश जनता की लड़ाई तेज हो रही है।
मजदूरों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने का।
लाल झंडा — श्रमिकों के संघर्ष का प्रतीक — को ऊँचा उठाकर लड़ाई जारी रखने का दिन ही है मई दिवस।
पहचान हो मजदूर की।
उसे ऊँचा उठाने का दिन है — मई दिवस।
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