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अजित कुमार रंजन

विशुनपुरा (गढ़वा) :– प्रखंड मुख्यालय में नई बाजार स्थित विद्या भारती हाईस्कूल सह प्रज्ञा मार्गदर्शन कोचिंग सेंटर में रविवार को बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के डायरेक्टर अशोक कुमार मेहता,शिक्षक पंकज कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से बाबा डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर किया। साथ ही साथ कोचिंग के सभी बच्चों ने भी बाबा साहेब अंबेडकर की फोटो पर पुष्प चढ़ाएं। जयंती समारोह में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इस दौरान शिक्षकों द्वारा बाबा साहेब द्वारा किए गए कार्यो का वर्णन किया। साथ ही बच्चों को भारतीय संविधान में उनके द्वारा अदा की गई भूमिका से भी रूबरू कराया।

जयंती समारोह को संबोधित करते हुए निर्देशक अशोक कुमार मेहता ने बताया कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर संविधान के निर्माता रहे। संविधान को लिखने में उनकी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बाबा साहब की जयंती जातिगत भेदभाव और उत्पीड़न जैसी सामाजिक बुराइयों से लड़ने के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर समाज से छुआछूत मिटाते हुए समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है।

पंकज गुप्ता ने बताया कि बाबा साहब बहुत ही सरल, स्वभाव व उच्च विचार रखते थे। हम सभी को उनके पद चिन्हों पर ही चलना चाहिए ताकि समाज को एक सूत्र में पिरोया जा सके। उन्होंने बताया कि आज के दिन संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव आंबेडकर जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 में इंदौर के पास महू में दलित परिवार हुआ था। डॉ बाबा साहब भीमराव आंबेडकर एक महान विद्वान, समाज सुधारक और दलितों के मसीहा थे। उनके द्वारा वैसे तो समाज सुधारक अभियान चलाया गया व स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि मंत्री बने थे। उन्हें संविधान निर्माता का जनक कहा गया है। मौके पर प्रमोद कुमार, राजाराम चंद्रवंशी, विनोद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।