श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– बंशीधर नगर में आयोजित बंशीधर महोत्सव के पहले ही दिन कार्यक्रम अव्यवस्था और हुड़दंग का शिकार हो गया। जिस महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया, उसकी सुरक्षा और विधि-व्यवस्था पहले ही दिन तार-तार होती नजर आई।
हुड़दंगियों का उत्पात, सैकड़ों कुर्सियां तोड़ी गईं
कार्यक्रम के दौरान हुड़दंगियों ने जमकर बवाल काटा और सैकड़ों कुर्सियों को तोड़ डाला। परिवार के साथ आए दर्शकों, विशेषकर महिलाओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। भीड़ के बीच अफरातफरी मच गई, जिससे कई लोग किसी तरह से वहां से बाहर निकलने को मजबूर हुए।
प्रशासन का रवैया सवालों के घेरे में
चौंकाने वाली बात यह रही कि जहां दर्शकों में अफरा-तफरी का माहौल था, वहीं प्रशासनिक अधिकारी बेखबर होकर कार्यक्रम का आनंद उठाते नजर आए। कुछ अधिकारी झूमते और गाते हुए मस्ती के मूड में दिखे, जबकि पीछे दर्शकों की दीर्घा में हुड़दंग मचा हुआ था।
महोत्सव बना ‘आर्केस्ट्रा’, दर्शकों की उम्मीदें टूटीं
बंशीधर महोत्सव की भव्यता की उम्मीद लेकर आए लोग तब निराश हो गए, जब यह आयोजन संस्कृति महोत्सव के बजाय आर्केस्ट्रा का रूप लेता नजर आया। कलाकारों और व्यवस्था चयन में खामियां स्पष्ट दिखीं, जिससे लोगों में नाराजगी बढ़ गई।
जनता में आक्रोश, सुरक्षा पर उठे सवाल
महोत्सव की अव्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। कई लोगों ने प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की।
अगर प्रशासन अब भी नहीं जागा तो आने वाले समय में ऐसे आयोजनों की साख और सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ सकती हैं।