ख़बर को शेयर करें।

नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा। सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर का चयन होगा, जो नए सांसदों को शपथ दिलाएगा। इसके बाद लोकसभा स्पीकर के लिए चुनाव होगा। 25 जून तक लोकसभा स्पीकर के नाम दे सकते हैं। लोकसभा अध्यक्ष के लिए 26 जून को चुनाव होगा। 27 जून से राज्यसभा का सत्र भी बुलाया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी यानि कि 27 जून को राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा।

पहले सत्र में राष्ट्रपति का अभिभाषण भी होता है और जो सरकार की आगे की भूमिका रहेगी कि सरकार किस दिशा में काम करेगी, क्या उसका एजेंडा है, उसकी एक हल्की सी रूपरेखा हमें अभिभाषण में देखने को मिलती है। बाद में इस पर चर्चा भी होती है जिसमें पक्ष-विपक्ष संसद के माध्यम से जनता के सामने अपनी-अपनी बात रखते हैं। ऐसे में कई सारे मुद्दों को लेकर सांसद चर्चा के लिए तैयार हैं।

लोकसभा स्पीकर का चुनाव

नियमानुसार, केंद्र सरकार की तरफ से पहले लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए एक नाम प्रस्तावित किया जाएगा। सरकार के प्रस्ताव को अगर विपक्ष सर्वसम्मति से स्वीकार कर लेता है तो चुनाव नहीं होंगे। अगर सहमति नहीं होगी तो विपक्ष अपनी ओर से एक उम्मीदवार खड़ा कर सकता है। फिर वोटिंग के आधार पर स्‍पीकर चुने जाएंगे।

वहीं, कांग्रेस की तरफ से कहा जा रहा है कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। एनडीए उसे यह पद देने में आना-कानी करेगा तो मजबूती के साथ विपक्ष अपना स्पीकर का चेहरा चुनाव के लिए सामने रख सकता है। ऐसे में अब स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर सियासत गरमा गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *