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बालू की तस्करी से सरकार का करोड़ों रुपए राजस्व का घाटा हुआ,जबकि मंत्री का निजी राजस्व बढ़ा है : सतेंद्रनाथ तिवारी

On: November 30, 2023 2:48 PM
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झारखंड वार्ता न्यूज

गढ़वा ब्यूरो :– भाजपा के पूर्व विधायक सत्येद्रनाथ तिवारी ने कहा कि हेमंत सरकार में नदियों का खुलेआम चीरहरण किया जा रहा है। झामुमो सरकार में शामिल लोगों को सरकार की राजस्व बढ़ाने से अधिक चिंता अपना निजी राजस्व बढ़ाने का है। पिछले चार साल में गढ़वा विधानसभा सहित राज्य भर की नदियों से खुलेआम बालू की तस्करी कराई गई। मंत्री मिथिलेश ठाकुर के संरक्षण के गढ़वा जिले की बालू को यूपी और दिल्ली में तस्करी कराई गई। बालू की तस्करी से सरकार का करोड़ों रुपए राजस्व का घाटा हुआ है। जबकि मंत्री का निजी राजस्व बढ़ा है। पूर्व विधायक ने कहा कि आखिर चार साल में राज्य सरकार बालू घाटों की नीलामी क्यों नही करा पाई।

इस पर सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। आम लोग बालू के अभाव में अपना निजी मकान और पीएम आवास नहीं बना पा रहे है। मुख्यमंत्री को बालू के मामलें में अपनी चुप्पी तोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक तरफ सीएम हेमंत सोरेन विकास का झूठा ढींढोरा पीटते चल रहे है। जब राज्य में पिछले चार सालों में बालू घाटों का टेंडर या नीलामी हुआ ही नहीं है, तो विकास कार्य में बालू कैसे उपलब्ध हो रहा है।

गढ़वा में मंत्री के चहेतों ठेकेदारों को आसानी से बालू उपलब्ध हो रहा है। जबकि गरीबों का ट्रेक्टर पकड़ लिया जा रहा है। चुनाव के दौरान सीएम हेमंत पलामू प्रमंडल को उप राजधानी बनाने का वायदा किया था। प्रत्येक वर्ष पांच लाख लोगों को नौकरी और नौकरी नहीं देने पर बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा किया था। चार साल होने के बाद भी लोग सरकार से नौकरी और भत्ता की आस लगाए बैठे है।

उन्होंने कहा कि इस सरकार में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है, बिना रिश्वत का कोई काम नहीं हो रहा है। गढ़वा सहित राज्यभर में भ्रष्टाचार शिष्टाचार बनकर रह गया है। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के नाम पर लोगों का आईवास करने का प्रयास किया जा रहा है। झामुमो सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र का एक भी वायदा पूरा नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि जनता इस बार झामुमो सरकार को उखाड़ फेकने का मन बना चुकी है।

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

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