रांची: झारखंड विधानसभा का पूरक मानसून सत्र हंगामे और तीखे राजनीतिक हमलों के बीच गुरूवार को समाप्त हो गया। आज भी प्रश्नकाल की कार्यवाही बाधित रही, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने राज्य विश्वविद्यालय विधेयक एवं अन्य मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों के विरोध के बीच सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कई मुद्दों पर जोरदार बहस हुई, वहीं सरकार ने कई अहम विधेयकों को पारित कराकर अपनी उपलब्धियों की सूची में जोड़ा।
सत्र के प्रमुख बिंदु इस प्रकार रहे
प्रश्नोत्तर और चर्चा : इस पूरक मानसून सत्र में कुल 324 प्रश्न स्वीकृत किए गए। इनमें से कई मुद्दे सीधे जनता की समस्याओं से जुड़े थे। विधायक अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित प्रश्न लेकर सदन में पहुंचे।
विधेयक पारित : सत्र के दौरान 5 अहम विधेयक पारित किए गए। इन विधेयकों को लेकर सदन में विस्तृत चर्चा हुई और विपक्ष ने कई बार आपत्तियां भी दर्ज कराईं, लेकिन अंततः इन्हें बहुमत से पास कर दिया गया।
हंगामा और विरोध : सत्र का अधिकांश समय विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी में गुजरा। विपक्ष ने सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की कोशिश की, वहीं सत्ता पक्ष ने अपने पक्ष को मजबूती से रखा।
महत्वपूर्ण बहसें : रोजगार, कानून-व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों के मुद्दों पर सबसे ज्यादा बहस हुई। विपक्ष ने सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया, जबकि सरकार ने अपनी योजनाओं और उपलब्धियों का ब्योरा पेश किया।
अनिश्चितकालीन स्थगन : पूरक मानसून सत्र के समापन के साथ ही सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
झारखंड विधानसभा का यह सत्र कई मायनों में अहम रहा। एक ओर जहां जनता से जुड़े सवालों पर चर्चा हुई, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक तकरार और हंगामे ने भी पूरे सत्र को सुर्खियों में बनाए रखा।
हंगामे के बीच झारखंड विधानसभा के पूरक मानसून सत्र का समापन, सरकार ने 5 विधेयक कराए पारित

