जमशेदपुर: कदमा के हनुमान अखाड़ा मंदिर प्रांगण में महिलाओं ने वटवृक्ष के नीचे पूजा अर्चना कर अखंड सौभाग्यवती का आशीर्वाद लिया।
बता दें कि सुहागन महिलाएं बट सावित्री की पूजा ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि को सुहागिन महिलाओं द्वारा किया जाता है जिस तरह सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण बचाए थे
वैसे ही सभी सुहागन महिलाएं अपने पति के लंबी आयु एवं अपने अखंड सौभाग्य के लिए व्रत करती हैं बट वृक्ष के नीचे मौसमी फलों के द्वारा जैसे लीची आम केला लड्डू पुआ पूड़ी विभिन्न तरह के पकवान बनाकर भोग लगाती है ।बांस का पंखा सुहाग की सामग्री बट वृक्ष के नीचे चढ़ते हैं और कथा सुनकर वट वृक्ष पर पंखा हांकती और मौली धागा से वट वृक्ष के परिक्रमा करती हुई अपने पति की लंबी आयु स्वस्थ एवं समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद लेकर अपने पति को पंख होकर उनके पास होकर आशीर्वाद लेते हैं