---Advertisement---

श्रीमद् भागवत में छठवें दिन सुनाई कंस वध और कृष्ण-रुक्मिणी विवाह की कथा, भक्तों की उमड़ी भीड़

On: August 26, 2024 12:54 PM
---Advertisement---

शुभम जायसवाल

श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर श्री बंशीधर मंदिर के खलिहान प्रांगण में श्री बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट की ओर से आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन श्रद्धालुओं को अमृत पान कराते हुए श्रीधाम वृन्दावन से आए आचार्य श्री स्वामी पुण्डरीकाक्षाचार्य वेदांती जी महाराज ने श्रीमद् भागवत में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े लीलाओं का प्रसंग सुनाया। भागवत कथा के दौरान बड़ी संख्या में महिला पुरुषों की भीड़ थी। पूरा पंडाल जय श्री कृष्णा,राधे राधे के उद्घोष से गुंजायमान हो रहा था। कथा का श्रवन कराते हुए वेदांती जी महाराज ने कंस वध व रुकमणी विवाह के प्रसंगों का चित्रण किया। उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु के पृथ्वी लोक में अवतरित होने के प्रमुख कारण थे, जिसमें एक कारण कंस वध भी था।

कंस के अत्याचार से पृथ्वी त्राह त्राह जब करने लगी तब लोग भगवान से गुहार लगाने लगे। तब कृष्ण अवतरित हुए। कंस को यह पता था कि उसका वध श्रीकृष्ण के हाथों ही होना निश्चित है। इसलिए उसने बाल्यावस्था में ही श्रीकृष्ण को अनेक बार मरवाने का प्रयास किया, लेकिन हर प्रयास भगवान के सामने असफल साबित होता रहा।

11 वर्ष की अल्प आयु में कंस ने अपने प्रमुख अकरुर के द्वारा मल्ल युद्ध के बहाने कृष्ण, बलराम को मथुरा बुलवाकर शक्तिशाली योद्धा और पागल हाथियों से कुचलवाकर मारने का प्रयास किया, लेकिन वह सभी श्रीकृष्ण और बलराम के हाथों मारे गए और अंत में श्रीकृष्ण ने अपने मामा कंस का वध कर मथुरा नगरी को कंस के अत्याचारों से मुक्ति दिला दी। कंस वध के बाद श्रीकृष्ण ने अपने माता-पिता वसुदेव और देवकी को जहां कारागार से मुक्त कराया, वही कंस के द्वारा अपने पिता उग्रसेन महाराज को भी बंदी बनाकर कारागार में रखा था, उन्हें भी श्रीकृष्ण ने मुक्त कराकर मथुरा के सिंहासन पर बैठाया।

उन्होंने बताया कि रुकमणी जिन्हें माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। वह विदर्भ साम्राज्य की पुत्री थी, जो विष्णु रूपी श्रीकृष्ण से विवाह करने को इच्छुक थी। लेकिन रुकमणी जी के पिता व भाई इससे सहमत नहीं थे, जिसके चलते उन्होंने रुकमणी के विवाह में जरासंध और शिशुपाल को भी विवाह के लिए आमंत्रित किया था, जैसे ही यह खबर रुकमणी को पता चली तो उन्होंने दूत के माध्यम से अपने दिल की बात श्रीकृष्ण तक पहुंचाई और काफी संघर्ष हुआ युद्ध के बाद अंततः श्री कृष्ण रुकमणी से विवाह करने में सफल रहे।

कथा के दौरान पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, पूर्व विधायक के पुत्र मानवेंद्र प्रताप देव,श्री बंशीधर सूर्य मंदिर ट्रस्ट के प्रधान ट्रस्टी राजेश प्रताप देव, प्रतिष्ठित व्यवसाई वीरेंद्र प्रसाद कमलापुरी, चैंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक राम प्रसाद कमलापुरी,अधिवक्ता ब्रजेश चौबे,झामुमो नेता अमरनाथ पांडेय,धीरेंद्र चौबे,मनदीप प्रसाद कमलापुरी,मिक्की जायसवाल,राकेश विश्वकर्मा,खुशदिल सिंह,प्रमोद कमलापुरी,गोपाल कमलापुरी,बैजनाथ तिवारी, उमा शंकर जायसवाल,सुजीत लाल अग्रवाल, सुरेश विश्वकर्मा, राहुल विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Shubham Jaiswal

“मैं शुभम जायसवाल, बीते आठ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने विभिन्न प्रतिष्ठित अखबारों और समाचार चैनलों में प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले पाँच वर्षों से मैं साप्ताहिक अखबार ‘झारखंड वार्ता’ से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ। पत्रकारिता मेरे लिए केवल पेशा नहीं बल्कि समाज और जनता के प्रति एक जिम्मेदारी है, जहाँ मेरी कलम हमेशा सच और न्याय के पक्ष में चलती है।

Join WhatsApp

Join Now

और पढ़ें

कृष्णा विश्वकर्मा बने बिशुनपुरा प्रखंड भाजपा मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं में उत्साह

केतार में दिल दहला देने वाली वारदात: पति ने पत्नी की टांगी से हत्या कर फरार, गांव में दहशत का माहौल

श्री बंशीधर नगर: निर्माणाधीन फोर लेन पर भीषण हादसा, स्कॉर्पियो खड़े टैंकर व हाइवा से टकराई; 6 लोग गंभीर रूप से घायल

प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वृद्धाश्रम का किया निरीक्षण, बुजुर्गों के बीच बांटे गर्म कपड़े एवं आवश्यक सामग्री

श्री बंशीधर नगर में दर्दनाक हादसा: आईटीबीपी जवान की ट्रेन की चपेट में आकर मौत, छुट्टी में घर आए थे

रॉबर्ट्सगंज से धान कटाई से लौट रहे मजदूरों की पिकअप गरबांध घाटी में पलटी, मासूम बच्ची समेत 9 घायल, आठ रेफर