रांची: शिक्षक दिवस के मौके पर झारखंड की राजधानी रांची में एक बड़ा आंदोलन देखने को मिलेगा। झारखंड राज्य वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राज्यभर के इंटरमीडिएट कॉलेज, उच्च विद्यालय, संस्कृत विद्यालय एवं मदरसा विद्यालयों में कार्यरत हजारों शिक्षक-कर्मचारी राजभवन के सामने एकदिवसीय महाधरना देंगे।
मोर्चा के पदाधिकारियों के अनुसार, वित्त रहित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को लंबे समय से मानदेय, सेवा शर्तों एवं नियमितीकरण सहित अन्य मांगों पर सरकार की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इन्हीं मांगों के समर्थन में शिक्षक 05 सितम्बर को दोपहर 1:00 बजे से राजभवन के समक्ष जुटेंगे।
मोर्चा का कहना है कि शिक्षक शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं, लेकिन झारखंड के हजारों गैर-वित्तपोषित शिक्षक अब भी उपेक्षित हैं। लगातार सेवा देने के बावजूद उन्हें समान वेतन, नौकरी की स्थिरता और अन्य सुविधाओं से वंचित रखा गया है। शिक्षक दिवस जैसे पावन अवसर पर अपनी पीड़ा को सरकार तक पहुंचाने के लिए यह महाधरना आयोजित किया जा रहा है।
इस धरना कार्यक्रम में राज्य के कोने-कोने से शिक्षक और कर्मचारी शामिल होंगे। मोर्चा ने मीडिया प्रतिनिधियों और छायाकारों से भी अपील की है कि वे इस महत्वपूर्ण आंदोलन को कवर करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहें।
शिक्षक दिवस पर गैर-वित्तपोषित शिक्षकों का महाधरना, राजभवन के सामने जुटेंगे हजारों शिक्षक

