जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के समीप स्थित चौमू कस्बे में गुरुवार रात (25 दिसंबर 2025) अचानक हालात तनावपूर्ण हो गए, जब कलंदरी मस्जिद के बाहर सड़क किनारे पड़े करीब 45 साल पुराने पत्थरों को हटाने और रेलिंग लगाने को लेकर की कार्रवाई के दौरान भीड़ ने विरोध जताया और पुलिस पर पथराव किया।
चौमू बस स्टैंड इलाके में प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से पत्थर हटाने का निर्णय लिया। प्रशासन ने पहले मुस्लिम प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर सहमति भी हासिल की थी। शुरूआत में कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से हुई और पत्थर हटा दिए गए।
हालांकि, जब प्रशासन ने पत्थरों के स्थान पर रेलिंग और लोहे के एंगल लगाकर ढांचे को स्थायी रूप देने का प्रयास किया, तो स्थानीय मुस्लिम भीड़ ने इसका विरोध शुरू कर दिया। विरोध धीरे-धीरे हिंसक संघर्ष में बदल गया और पुलिस पर पथराव किया गया।
जयपुर पश्चिम के डीसीपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पुलिस पर हमला हुआ। अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर हालात पर जल्दी नियंत्रण पा लिया गया। इस मामले में अब तक 50 से ज्यादा संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि अन्य की पहचान की जा रही है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए चौमू में भारी पुलिस बल, दंगा नियंत्रण वाहन और आसपास के थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है। पूरा इलाका फिलहाल पुलिस छावनी में तब्दील है।
सुरक्षा और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार (26 दिसंबर) की सुबह 7 बजे से शनिवार (27 दिसंबर) सुबह 7 बजे तक मोबाइल इंटरनेट और सोशल मीडिया सेवाएं बंद कर दी हैं। इसमें 2G, 3G, 4G और 5G डेटा के साथ व्हाट्सऐप, फेसबुक और एक्स जैसी सेवाएँ शामिल हैं। वॉयस कॉल और ब्रॉडबैंड सेवाएँ चालू रखी गई हैं।
प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने, अफवाहों से दूर रहने और कानून व्यवस्था में सहयोग करने की अपील की है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, और इलाके में सतर्क निगरानी जारी है।













