US strike on Drug Boat: अमेरिका ने लैटिन अमेरिका में ड्रग्स तस्करी पर रोक लगाने के लिए कड़ा कदम उठाते हुए मंगलवार को एक बड़ी सैन्य कार्रवाई की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जानकारी दी कि अमेरिकी सेना ने दक्षिण कैरेबियाई सागर में ‘ट्रेन डे अरागुआ’ (Tren de Aragua) कार्टेल से जुड़ी एक कथित ड्रग बोट को निशाना बनाया। इस सटीक हमले में 11 लोगों की मौत हुई है।
ट्रंप ने दी कार्रवाई की जानकारी
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “आज सुबह मेरे आदेश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने SOUTHCOM क्षेत्र में चिन्हित ट्रेन डे अरागुआ नशा-आतंकी संगठन पर हमला किया। TDA को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया गया है। यह निकोलस मादुरो के नियंत्रण में काम करता है और सामूहिक हत्याओं, ड्रग तस्करी, मानव तस्करी, हिंसा और आतंक की घटनाओं के लिए जिम्मेदार है, जो अमेरिका और पश्चिमी गोलार्ध में फैली हैं।”
उन्होंने आगे चेतावनी दी, “जो भी व्यक्ति अमेरिका में ड्रग लाने की सोच रहा है, सावधान हो जाए। अब हमारी सेना उन्हें सीधे जवाब देगी।”
अमेरिकी विदेश मंत्री ने दी कानूनी सफाई
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इस कार्रवाई की पुष्टि की। उन्होंने इसे “काउंटर-ड्रग मिशन” बताते हुए कहा कि वेनेजुएला से अमेरिका की ओर आने वाला रास्ता ड्रग तस्करी का “आम रूट” है। रुबियो ने कहा, “हम उन कार्टेल्स के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं जो अमेरिकी सड़कों पर जहर फैला रहे हैं और हमारे नागरिकों को मार रहे हैं।”
जब उनसे कानूनी आधार पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने इस कार्टेल को आतंकी संगठन घोषित किया है और उसी आधार पर सैन्य कार्रवाई की जा रही है।
SOUTHCOM क्षेत्र में अमेरिकी तैनाती
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमला एक “प्रेसिजन स्ट्राइक” था, हालांकि विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका पहले से ही लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्र में 4,000 से ज्यादा मरीन और सैनिक तैनात कर चुका है। यह कदम ट्रंप प्रशासन के लिए संभावित सैन्य विकल्पों को और व्यापक बनाता है।
मादुरो का तीखा जवाब
इस सैन्य कार्रवाई पर वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह एक आपराधिक और खूनी कदम है। वे अधिकतम दबाव की नीति अपना रहे हैं, लेकिन हमने भी अधिकतम तैयारी कर रखी है। हम किसी भी धमकी के आगे नहीं झुकेंगे।”
गौरतलब है कि अमेरिका ने पहले ही मादुरो पर ड्रग्स तस्करी के आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ 50 मिलियन डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।