Jamshedpur: जमशेदपुर से भाजपा के सांसद विद्युत वरण महतो संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए चयनित किया गया है। सांसद विद्युत वरण महतो को संसद रत्न पुरस्कार दिये जाने को लेकर ग्रामीण के भाजपा कार्यकर्ताओं हर्षित एवं गौरवान्वित हैं। भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष चंडी चरण साव ने सांसद विद्युत वरण महतो रत्न दिए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि जनप्रिय सांसद विद्युत वरण महतो को सम्मान मिलना पूरे भाजपा कार्यकर्ता एवं ग्रामीणों के लिए गर्व का विषय है। अपने कार्यकुशलता, योजनाओं के क्रियान्वयन और भविष्य की समस्याओं के प्रति दूरदर्शी सोच रखने वाले सांसद विद्युत वरण महतो के कार्यों को बड़े मंच से सराहना और सम्मान मिलना उनके विकास कार्यों के प्रति सजगता को प्रदर्शित करता है। ग्रामीण जिलाध्यक्ष चंडी चरण साव ने कहा कि सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने कार्यकाल में जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र के साथ साथ झारखंड में जनता की जरुरतों को प्राथमिकता के आधार पर स्थायी समाधान करने का प्रयास किया है। उन्होंने ने सांसद श्री विद्युत वरण महतो को संसद रत्न पुरस्कार के लिए चयनित होने पर सभी ग्रामीण जिला भाजपा की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं व्यक्त की है.
ज्ञात हो कि संसद रत्न पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2010 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के सुझाव पर ‘प्राइम पॉइंट फाउंडेशन’ और ई-मैगज़ीन ‘प्रीसेंस’ द्वारा की गई थी. तब से अब तक 125 पुरस्कार प्रदान किए जा चुके हैं, जिनमें व्यक्तिगत सांसदों के साथ स्थायी संसदीय समितियाँ भी शामिल रही हैं.
इस पुरस्कार के लिए नामांकन एक स्वतंत्र जूरी समिति द्वारा किया जाता है, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर करते हैं. समिति में पूर्व पुरस्कार विजेता, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और संसदीय मामलों के जानकार शामिल रहते हैं. नामांकन पूरी तरह से सांसदों की संसदीय कार्यप्रदर्शन पर आधारित होता है, जिसमें बहसों की संख्या, पूछे गए प्रश्न और प्रस्तुत निजी विधेयकों की गिनती प्रमुख संकेतक हैं. यह आंकड़े लोकसभा व राज्यसभा सचिवालय और PRS लेजिस्लेटिव रिसर्च से लिए जाते हैं.
इस वर्ष संसद रत्न के लिए कुल 17 सांसदों और दो स्थायी समितियों को चयनित किया गया है. इनमें झारखंड के देवघर से सांसद निशिकांत दूबे का नाम भी शामिल है.