गढ़वा : मंझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 9 ग्रामर में स्थित पोखरा जो सिंचाई के लिए वर्षों से उपयोग में होता आया है तथा लगभग 42 एकड़ भूमि उससे सिंचित होती है जिसकी रूपरेखा बदलकर छठ कार्ड बनाने के दुष्परिणाम परिणाम को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया।
बताते चलें कि वही के स्थानीय ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ व्यक्तियों के द्वारा अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए छठ घाट के निर्माण का प्रयास किया जा रहा है जिसको लेकर यहां के ग्रामीणों के द्वारा विरोध पहले भी किया गया था तथा कार्यपालक पदाधिकारी को दो बार आवेदन भी दिया जा चुका है एवं भवदीय को भी इसके संबंध में आवेदन के माध्यम अवगत कराया गया था जिसे भवदीय के पत्रांक 1528 दिनांक 14- 06-2023 के माध्यम से अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा को जांच कर कार्रवाई करने हेतु प्रेषित किया गया था तथा उनके द्वारा अपने पत्रांक 389 दिनांक 16-06-2023 से कार्यपालक पदाधिकारी मंझिआंव को नियमसंगत कार्रवाई हेतु प्रेषित किया गया परंतु अभी तक न तो निर्माण कार्य रुका और न ही कोई प्रतिवेदन आया जिससे अजीज होकर ग्रामीणों के प्रयास और विरोध से निर्माण कार्य को रोका गया।
वही ग्रामीणों ने प्रतिवेदन के माध्यम से कहा कि इसके बाद भी कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा अपने एवं संवेदक के व्यक्तिगत लाभ के लिए उक्त कार्य कराने का प्रयास किया जा रहा है जो जनहित में नहीं है तथा तुरंत इस कार्य में हस्तक्षेप कर निरस्त करने की मांग की। साथ ही वहां पर उपस्थित ग्रामीणों ने पोखरा के सीमांकन को लेकर भी आरोप लगाते हुए कहा कि गांव के राजिंद्र पांडे के द्वारा पोखरा का जमीन का अतिक्रमण कर रोड का जमीन पोखरा में डलवा दिया गया।
वही इस निर्माण कार्य को लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि अगर हमें यहां के स्थानीय पदाधिकारी से न्याय नहीं मिलता है तो हम सभी ग्रामीण हाई कोर्ट तक में भी अपील करेंगे।
वही निर्माणकार्य का विरोध करनेवालों में अशोक विश्वकर्मा, सुनरदेव राम, सरजु राम, पप्पू राम,प्रदुमन कुमार, विकाश कुमार चंद्रवंसी, मंटू कुमार, संदीप कुमार, सोनू कुमार, ओम प्रकाश कुमार, बिपिन कुमार, सत्यम कुमार, मिथुन कुमार, सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।