संवाददाता ꫰ भास्कर उपाध्याय
हजारीबाग: बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने महिला आरक्षण बिल पर अपनी प्रतिक्रिया दी तथा कहा है कि अगर महिलाओं को समान हिस्सेदारी प्राप्त होती है तो यह काफी गर्व की अनुभूति होगी।
एससी एसटी वर्ग की महिलाओं के लिए सभी सीटों में हिस्सेदारी हो ना की पूर्व से निर्धारित एससी, एसटी की सीटों में-अंबा प्रसाद
वहीं अंबा प्रसाद ने महिला आरक्षण के अंदर एससी- एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने की बात कही है। एससी एसटी वर्ग की महिलाओं को पूर्व से एससी एसटी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों में हिस्सा दिया गया है जबकि सभी सीटों में उनको हिस्सेदारी दी जानी चाहिए थी।वहीं ओबीसी वर्ग की महिलाओं को बिलकुल आरक्षण नहीं दिया गया है जो निराशाजनक है। भारत के प्रधानमंत्री खुद को ओबीसी बताते हैं लेकिन ओबीसी वर्ग के साथ इस बिल में विश्वासघात किया गया है।
विधायक ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने ही महिलाओं को राजनीतिक रूप से सशक्त करने की पहल की थी। पहली बार स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ही लाए थे जो राज्यसभा में 7 वोटों से गिर गया था बाद में प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने ही उसे पारित कराया। आज उसी का नतीजा है कि देशभर के स्थानीय निकायों के जरिए आज 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं।
विधायक ने कहा कि अगर महिला आरक्षण बिल में हर वर्ग की महिलाओं का आरक्षण सुनिश्चित होगा तभी संवैधानिक रूप से हर वर्ग की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में राजनीतिक प्रतिनिधित्व का अवसर प्राप्त होगा।
विधायक ने कहा कि महिला आरक्षण को उसके अंदर एससी एसटी और ओबीसी वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण के साथ समय सीमा निर्धारित कर अगले चुनावों के पहले ही लागू किया जाना चाहिए।