रांची: शिक्षक समाज की नींव और शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ होते हैं। वरिष्ठ शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा भी बनते हैं। इसी भावना को समर्पित करते हुए बरियातू स्थित हेल्थ पॉइंट हॉस्पिटल के प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अनुप मोहन नायर ने शिक्षक दिवस पर 55 वर्ष और उससे अधिक आयु के शिक्षकों के सम्मान में एक विशेष समारोह का आयोजन किया। इस पहल का उद्देश्य उन शिक्षकों के योगदान को नमन करना था, जिन्होंने अपने समर्पण और ज्ञान से पीढ़ियों का निर्माण किया है। उम्र बढ़ने के साथ शिक्षकों को जोड़ों का दर्द, गठिया, रीढ़ और कमर की समस्याओं जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लंबे समय तक खड़े रहने या बैठकर पढ़ाने से ये दिक्कतें और बढ़ जाती हैं।
हेल्थ पॉइंट हॉस्पिटल के प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अनुप मोहन नायर ने कहा कि नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, योग, हल्के व्यायाम और तनाव प्रबंधन कार्यशालाएँ वरिष्ठ शिक्षकों की सेहत को बेहतर बना सकती हैं तथा जीवनशैली संबंधी रोगों को नियंत्रित कर सकती हैं। शिक्षक समाज के सच्चे शिल्पकार हैं। यह उत्सव केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उनकी निःस्वार्थ सेवा, त्याग और उस अमिट धरोहर को श्रद्धांजलि है, जिसे वे आने वाली पीढ़ियों के लिए छोड़ जाते हैं। यह समारोह इस बात का स्मरण कराता है कि समय और तकनीक भले ही बदल जाएँ, लेकिन शिक्षकों द्वारा दिए गए संस्कार और मूल्य हमेशा जीवित रहते हैं।