ख़बर को शेयर करें।

अंबिकापुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। छिंदकालो गांव में अन्धविश्वास के चक्कर में आनंद राम यादव (35) नामक युवक ने जिन्दा मुर्गे को निगल लिया और उसके बाद उसकी जान चली गई। जानकारी के मुताबिक यह घटना 14 दिसंबर की है।

दरअसल, आनंद राम को 15 सालों से कोई संतान नहीं हो रही थी। संतान की चाहत में आनंद राम काफी परेशान रहा करता था। तभी गांव के ही किसी व्यक्ति ने सलाह दिया कि यहां एक महिला बैगा से झाड़ फूंक कराने से संतान हो सकती है। बच्चे की चाहत में एक 1 साल से आनंद राम गांव की ही महिला बैगा के पास झाड़ फूंक कराया करता था। 5 महीने पहले उसके घर बेटे का जन्म हुआ। बेटे के जन्म लेने से घर में खुशियों का माहौल था। 5 दिन पहले ही मृतक ने अपने  5 महीने के बच्चे का मुंडन कराने ससुराल और परिवार वालों को बुलाया था। बेटे के लिए मृतक आनंद राम ने मन्नत मांगा था। उसी मन्नत को पूरा करने के लिए बीते दिन एक काला रंग के मुर्गी का बच्चा 200 रुपए में खरीद कर लाया था। परिवार वालों के पूछने पर खास काम के लिए मुर्गी का बच्चा लाने की बात उसने बताई थी। इसके बाद मन्नत पूरा करने जिंदा मुर्गी के बच्चे को उसने निगल लिया। लेकिन चूजा उसके गले में फंस गया, जिससे उसकी सांस रुक गई और युवक की मौत हो गई।

मृतक के परिजन उसे अंबिकापुर अस्पताल लेकर पहुंचे और शुरू में बताया कि युवक की मौत गिरने से हुई है। लेकिन जब पोस्टमार्टम किया गया, तो डॉक्टरों ने युवक के गले में मुर्गा फंसा हुआ पाया। डॉक्टरों के मुताबिक, गले में मुर्गा फंसने के कारण युवक की सांस रुक गई, जिससे उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी इस हैरतअंगेज केस को देखकर हैरान हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के अध्यक्ष कहा कहना है कि उन्होंने कई शवों का पोस्टमार्टम किया है लेकिन पहली बार इस तरह का कोई मामला देखा है। फिलहाल पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या झाड़ फूंक करने वाली महिला के कहने पर ही शख्स ने जिंदा चूजा निगला था? हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *