शुभम जायसवाल
श्री बंशीधर नगर (गढ़वा):– श्री बंशीधर नगर शहर के जंगीपुर स्टेशन रोड स्थित एमके इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को विद्यालय का तृतीय वार्षिक उत्सव “उमंग 25” कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। वार्षिक उत्सव के अवसर पर स्कूली बच्चों ने एक से बढ़कर एक संस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया वहां उपस्थित लोगों का मंत्रमुग्ध कर दिया। वार्षिक उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गढ़वा के चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष सिंह, सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर डॉ. बीडी सिंह, इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता वीरेंद्र तिवारी एवं विद्यालय के चेयरमैन डॉ अभिमन्यु सिंह सोनू ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती,पूज्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज व अवधूत प्रियदर्शी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया।

इसके बाद कक्षा नवम के अभिज्ञ सिंह,आभास कुमार,हर्ष प्रताप देव,प्रीति कुमारी,रिया मेहता, मुस्कान मिश्रा,प्रियांशी कुमारी, नर्गिस नाज,रितिका कुमारी एवं रिशु कुमारी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के चेयरमैन डॉ अभिमन्यु सिंह सोनू ने अतिथियों को बुके एवं मोमेंटो देकर शानदार तरीके से स्वागत किया।

बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा देनी जरूरी : डॉ मनीष
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ मनीष सिंह ने कहा कि माता-पिता के बाद शिक्षण संस्थानों के महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शिक्षकों को बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने एमके इंटरनेशनल स्कूल की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि इन सब गुणों में यही स्कूल सबसे अव्वल दर्जे का है। जिस तरह स्कूल के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। बच्चों का मेहनत देखकर ऐसा लगता है की शिक्षक और छात्र काफी मेहनत करते है। उन्होंने सभी का उत्साहवर्धन भी किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें आशीर्वाद दिया।
अच्छी शिक्षा एवं संस्कार जीवन को नया रूप देते है : रतन सिंह
इंस्पेक्टर रतन सिंह ने कहा की शिक्षा के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के कौशल विकास के लिए इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन अत्यंत आवश्यक है। छात्रों को अपने जीवन ने उच्च लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए और उन्हें प्राप्त करने के लिए मेहनत को ही सफलता की कुंजी बनाना चाहिए।

बीडी सिंह ने कहा कि अच्छी शिक्षा एवं संस्कार इस जीवन को एक नया रूप देते हैं। हमें समाज को शिक्षित एवं संस्कारी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवारों के बढ़ने के साथ-साथ उनकी युवा पीढ़ी को संस्कारित एवं सकारात्मक मार्गदर्शन की आवश्यकता है। इस तरह के कार्यक्रमों से छात्रों में छिपी हुई प्रतिभा को निखारने आसान होता है।
36 सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों ने दिखाई अद्भुत प्रतिभा
कार्यक्रम के दौरान रंगारंग संस्कृति कार्यक्रम में बच्चों ने एक से बढ़कर एक आकर्षक प्रस्तुतियां देकर कार्यक्रम को बहुत ही यादगार बना दिया। कार्यक्रम में कुल 36 प्रस्तुतियां आयोजित की गई थी। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने झारखंड का प्रसिद्ध आदिवासी छउ नृत्य,एकल नृत्य और सामूहिक नृत्य करके दर्शकों का मन लुभाया और उपस्थित लोगों को झूमने पर विवश कर दिया।
कई छात्र-छात्राओं ने ड्रामा,नाटक प्रस्तुत करके समाज के लोगों को जागरूक किया। हिंदू मुस्लिम एकता, देश भक्तों की वीरता, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे संदेश संगीत और नाटक के माध्यम से छात्र-छात्राओं छोटे-छोटे बच्चों ने दिया। वही पुलवामा हमले में शहीद जवानों को याद करते हुए बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत की तो एक अलग ही उत्साह नजर आया।
