झारखंड वार्ता संवाददाता
गढ़वा: सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को नियमित साप्ताहिक संवाद कार्यक्रम “कॉफी विद एसडीएम” में छठ पर्व की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम में अनुमंडल क्षेत्र की विभिन्न छठ पूजा समितियों के प्रतिनिधि शामिल हुए और उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं, सुझाव और मांगें एसडीएम के समक्ष रखीं। बैठक का मुख्य उद्देश्य गढ़वा में छठ पर्व को स्वच्छ, शांतिपूर्ण और पारंपरिक गरिमा के साथ संपन्न कराने की रूपरेखा तैयार करना था।

बैठक में फ्रेंड्स क्लब, न्यू गोल्डन क्लब, बजरंगी क्लब, न्यू प्रिंस क्लब नगवां, जागृति युवा क्लब जोबरैया, सतबहिनी झरना समिति कांडी, सूर्यांश क्लब सहेजना, शिव क्लब करमडीह, छठ सेवा समिति पीएचईडी कॉलोनी सहेजना, स्टूडेंट क्लब, जयदेवी क्लब टंडवा, छठ पूजा समिति बाना, कल्याणपुर और भाष्कर पूजा समिति नगवां सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और विधि-व्यवस्था प्रमुख मुद्दे रहे केंद्र में
बैठक में अधिकांश समितियों ने छठ घाटों की सफाई, विद्युत व्यवस्था, सुरक्षा बलों की तैनाती, बैरिकेडिंग, जलस्तर नियंत्रण, महिलाओं के लिए अलग चेंजिंग रूम तथा पेयजल की उपलब्धता जैसे मुद्दे उठाए। समितियों ने प्रशासन से अनुरोध किया कि दीपावली के बाद ही घाटों की सफाई शुरू कर दी जाए ताकि श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।
फ्रेंड्स क्लब के अरुण जायसवाल और स्टूडेंट क्लब के विनोद जायसवाल ने दानरो नदी के किनारे स्थायी नालियों के निर्माण की मांग रखी। उन्होंने कहा कि हर वर्ष बारिश और कचरे के कारण घाटों पर गंदगी फैल जाती है, ऐसे में स्थायी जल निकासी व्यवस्था जरूरी है।
डीजे और ध्वनि प्रदूषण के विरुद्ध एकमत हुईं सभी समितियां
टी ग्रुप के ब्रजेश उपाध्याय और जयदेवी संघ के टिंकू गुप्ता ने छठ पर्व के दौरान डीजे और तेज आवाज वाले ध्वनि विस्तारकों पर रोक लगाने का सुझाव दिया। इस प्रस्ताव पर सभी समितियां एकमत हुईं और सामूहिक रूप से ‘ध्वनि प्रदूषण मुक्त छठ’ मनाने का संकल्प लिया। टिंकू गुप्ता ने यह भी सुझाव दिया कि सभी समितियों को मिलाकर एक “गढ़वा छठ महासमिति” बनाई जाए, ताकि समन्वय और कार्य योजना को एक दिशा में संचालित किया जा सके।
एसडीएम ने दी आश्वासन, कहा — गढ़वा की पहचान है छठ पर्व
एसडीएम संजय कुमार ने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि गढ़वा में छठ पर्व का आयोजन जिस भव्यता, पवित्रता और सामूहिकता के साथ किया जाता है, उसकी चर्चा पूरे झारखंड और बिहार में होती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से छठ पर्व को स्वच्छ, सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए हर संभव तैयारी की जाएगी।
एसडीएम ने समितियों से अपील की कि प्रशासन और समाज मिलकर इस महापर्व को और अधिक सामूहिकता और सौहार्द्र के साथ मनाएं। उन्होंने कहा कि छठ घाटों की सफाई, प्रकाश व्यवस्था और विधि-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश पहले ही संबंधित विभागों को दिए जा चुके हैं।
छठ की पारंपरिकता को बनाए रखने पर जोर
पूर्व पार्षद एवं समाजसेवी जितेंद्र सिंहा ने कहा कि छठ पर्व हमारी संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, इसलिए इसकी पारंपरिकता को बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र पर्व को डीजे, मेला और चकाचौंध से यथासंभव अलग रखा जाना चाहिए ताकि इसकी पवित्रता और सादगी बरकरार रहे।
अन्य समितियों ने रखे सुझाव
बैठक में सतबहिनी झरना समिति के प्रतिनिधि नवल किशोर तिवारी, सूर्यांश क्लब के अभिषेक कुमार, नगवां के मणि शर्मा, दीपुआ मोहल्ला के पंकज कुमार, तरके के अक्षय कुमार, जोबरैया के जितेंद्र पाल, हनुमान नगर के नागेंद्र कुमार दुबे, बाना के राहुल चंद्रा समेत कई प्रतिनिधियों ने विधि-व्यवस्था और सुरक्षा से जुड़े सुझाव रखे।
एसडीएम ने सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार करने और जल्द कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन और समितियां एक टीम की तरह काम करेंगी ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के छठ पर्व का आनंद ले सकें।
गढ़वा प्रशासन और सभी पूजा समितियों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि इस बार गढ़वा में छठ पर्व स्वच्छता, शांति, श्रद्धा और सामूहिक एकता का प्रतीक बनेगा।














