पटना: बिहार की राजनीति में विधानसभा चुनाव के बाद बड़ा राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया है। आरजेडी की उम्मीदों के उलट हार ने लालू यादव परिवार के भीतर असंतोष की स्थिति पैदा कर दी है। चुनाव नतीजों के 48 घंटे के भीतर ही परिवार में मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं।
रोहिणी आचार्य ने परिवार और राजनीति से नाता तोड़ा
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को किडनी डोनेट कर चर्चा में आईं उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने चुनाव परिणामों के बाद सनसनीखेज आरोप लगाते हुए राजनीति छोड़ने और लालू परिवार से हर रिश्ता तोड़ने का ऐलान कर दिया है।
पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए रोहिणी ने दावा किया कि चुनावी रणनीति और हार पर सवाल पूछने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने यहां तक कहा कि उन्हें चप्पल से पीटा गया, जिसके बाद वे तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। वहां से उनका सिंगापुर लौटने का भी प्लान बताया जा रहा है।
रोहिणी ने सोशल मीडिया पर भी तेजस्वी यादव, उनके करीबी राज्यसभा सांसद संजय यादव और रमीज खान पर गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है।
चंदा, राज लक्ष्मी और रागिनी ने भी छोड़ा राबड़ी आवास
रोहिणी आचार्य द्वारा सार्वजनिक रूप से नाराज़गी जताने और दुर्व्यवहार के आरोप लगाने के बाद, लालू प्रसाद यादव की तीन और बेटियों- चंदा यादव, राज लक्ष्मी यादव और रागिनी यादव ने भी राबड़ी आवास छोड़ दिया है। जानकारी के अनुसार, तीनों बेटियां अपने बच्चों और परिवार के साथ दिल्ली रवाना हो गईं, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि परिवार के भीतर तनाव गहरा चुका है।
चुनावी नतीजों से हताशा, परिवार में बढ़ी खाई
बिहार विधानसभा चुनाव में आरजेडी को प्रचंड जीत की उम्मीद थी। राबड़ी आवास में पूरा परिवार जश्न की तैयारी में जुटा था, लेकिन नतीजे पूरी तरह उलट निकले। तेजस्वी यादव और उनकी टीम की रणनीति विफल रही और महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। यही हार अब लालू परिवार में खुलकर विद्रोह का रूप लेती नजर आ रही है।
परिवार के भीतर बढ़ते विवाद और एक के बाद एक सदस्य के आवास छोड़ने से RJD कैंप में बेचैनी गहराई है। तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठने लगे हैं। बिहार की राजनीति में यह आने वाले दिनों में और बड़ा मुद्दा बन सकता है।
लालू परिवार में विद्रोह! रोहिणी आचार्य के बाद तीन और बेटियों ने छोड़ा राबड़ी आवास














