पुणे: महाराष्ट्र के पुणे से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया से लेकर कानूनी गलियारों तक बहस छेड़ दी है। यहां एक हाई एजुकेटेड और प्रतिष्ठित पेशे से जुड़े कपल ने शादी के महज 24 घंटे के भीतर ही अलग होने का फैसला कर लिया। खास बात यह रही कि कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें सिर्फ 8 दिन में तलाक भी मिल गया।
जानकारी के अनुसार, यह मामला पुणे फैमिली कोर्ट से जुड़ा है, जहां कोर्ट ने आपसी सहमति के आधार पर तलाक की अर्जी स्वीकार करते हुए फैसला सुनाया। तलाकशुदा जोड़ा समाज के सम्मानित वर्ग से ताल्लुक रखता है।
दरअसल, शादी से पहले पति ने खुद को एक डॉक्टर बताया था। चूंकि महिला भी पेशे से डॉक्टर थी, इसलिए उसे लगा कि दोनों का भविष्य और विचार एक जैसे होंगे। इसी भरोसे के साथ दोनों ने भव्य समारोह में सात फेरे लिए।शादी पूरे रीति-रिवाजों के साथ हुई, जिसमें परिवार और रिश्तेदार भी शामिल हुए। हालांकि, शादी की खुशियां ज्यादा देर तक नहीं टिक सकीं। शादी की रस्मों के बाद जब यह जोड़ा एकांत में था, तब पति ने एक ऐसा चौंकाने वाला खुलासा किया जिसने पत्नी के पैरों तले जमीन खिसका दी। पति ने स्वीकार किया कि वह डॉक्टर नहीं है, बल्कि मर्चेंट नेवी में काम करता है। उसने यह भी बताया कि अपनी ड्यूटी के कारण उसे साल में करीब 6 महीने तक घर और परिवार से दूर समुद्र में रहना पड़ता है। इस बड़े झूठ को महिला बर्दाश्त नहीं कर सकी। उसे लगा कि जिस रिश्ते की शुरुआत ही धोखे से हुई हो, वह कभी सफल नहीं हो सकता। उसने तुरंत अलग होने का फैसला किया और अगले ही दिन अदालत में तलाक की याचिका दायर कर दी।
इस दौरान दोनों परिवारों ने उन्हें समझाने और रिश्ते को बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन गहरे वैचारिक मतभेदों के कारण दोनों फिर से साथ रहने को तैयार नहीं हुए।
आखिरकार, आपसी सहमति से यह तय किया गया कि इस रिश्ते को कानूनी रूप से खत्म करना ही सबसे बेहतर विकल्प है। कोर्ट ने भी मामले की गंभीरता और दोनों पक्षों की सहमति को देखते हुए रिकॉर्ड समय में तलाक की मंजूरी दे दी।
इस अनोखे मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि केवल शिक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा ही सफल वैवाहिक जीवन की गारंटी नहीं होती। पुणे का यह मामला फिलहाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।














