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झारखंड वार्ता न्यूज

रांची:- एदार ए शरीया झारखंड के नाजिमे आला मौलाना मुहम्मद कुतुबुद्दीन रिज़वी रिजवी ने कहा है कि 29 शाबान 1445 हिजरी तदनुसार 11 मार्च 2024, सोमवार को एदार ए शरीया झारखंड के द्वारा हज़रत कुतुबुद्दीन रिसालदार दरगाह, डोरंडा रांची के परिसर में रमजानुल मुबारक का चांद देखने की व्यवस्था की गई। इस के अलावे हजारीबाग, धनबाद, जमशेदपुर, रामगढ़, बोकारो, पलामू, गढ़वा, राजमहल, गोड्डा, गुमला, खोंटी, चतरा, खरसावां, जामताड़ा, मधुपुर, बोकारो,जमशेदपुर, पलामू, लोहरदगा, दुमका, पकौड़ा, घाटशिला, गोला, बड़का गांव, पांकी, इटखोरी, घोढथम्बा, किंद्र कलां, झिरकी, चास, झरिया, डुमरी, तीसरी कुल 65 जगहों पर रमजान माह का चांद देखने के लिए विशेष व्यवस्था की गयी। रांची और आसपास के इलाकों में आम तौर पर रमजानुल मुबारक का चांद देखा गया। जिस के बाद दरगाह परिसर में दारुल कजां की बैठक हुई जिसमें काजीयाने शरीयत ने चांद नजर आने की तसदीक किया और सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 11 मार्च से तरावीह शुरू और रमजानुल मुबारक का पहला रोजा 12 मार्च, मंगलवार से प्रारंभ हो रहा है।

बैठक में मौलाना मुफ्ती आबिदहुसैन मिस्बाही मुख्य क़ाज़ी शरीयत, मौलाना मुहम्मद कुतुबुद्दीन रिज़वी, मौलाना मुफ़्ती अनवर हुसैन निज़ामी, मौलाना मुफ़्ती इजाज हुसैन, मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली, कारी मुहम्मद अय्यूब रिज़वी, मौलाना मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही, मौलाना डॉ.ताजुद्दीन रिजवी, मौलाना गुलाम फारूक मिस्बाही, मौलाना निज़ामुद्दीन मिस्बाही, मुफ्ती मुहम्मद आकिब जावेद, मौलाना शेर मुहम्मद कादरी, मौलाना शमीम, हाजी सईद कोसर, कारी आफताब जिया, कारी अब्दुल मुबीन, कारी मुजीब, अकीलुर्रहमान, मुहम्मद अतीक अहमद आदी शामिल थे।