जिस तरह पूर्व सीएम लालू ने स्कूटर के नंबर को ट्रक दिखा ढ़ोया था चारा,उसी तर्ज पर झारखंड में भी कोयला घोटाला
रांची: कहा जाता है कि इतिहास दोहराता है और वह फिर से एक बार झारखंड के लिए साबित हो रही है जो पूर्व में बिहार में ही था और अविभाजित बिहार में चर्चित चारा घोटाला जिसमें पूर्व सीएम लालू यादव समेत कई को जेल की हवा खानी पड़ी। उस वक्त कथित रूप से चारा घोटाला के लिए स्कूटर और बाइक के नंबरों को ट्रक बात कर उस पर चारा ढोया गया था। सांडों को स्कूटर के नंबर वाले कथित ट्रक पर ढ़ोने का पर्दाफाश हुआ था। जिसके बाद लालू को विपक्ष और मीडिया में चारा चोर कहा गया था। अब ठीक उसी तर्ज पर कोयला घोटाला का भी पर्दाफाश बिहार से विभाजित झारखंड में होने का पर्दाफाश हुआ है। इस घोटाले में मशहूर कोयला व्यापारी इजहार अंसारी इन दिनों सुर्खियों में हैं। जिनके पास तेरा कंपनियां है। जिन्हें केंद्र सरकार द्वारा तैयार नीति के आलोक में कम दाम पर कोयला उपलब्ध होता था लेकिन कथित रूप से इज़हार अंसारी अपनी फैक्ट्री के नाम पर मिले सस्ते कोयलों के अकूत भंडार को बिहार और बनारस के मंडियों में बेच कर वारे न्यारे कर रहा था। जिसके लिए उसने फर्जी दस्तावेज का सहारा लिया था और तो और इन कोयलों को ढ़ोने के लिए जिन ट्रकों का नंबर दर्शाया गया था वे मोटरसाइकिलों के नंबर थे।
इस बात का खुलासा तब हुआ जब पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने इजहार के ठिकानों दबिश दी और कोयले से जुड़ी दस्तावेजों को जप्त किया। प्रर्वतन निदेशालय को जांच में पता चला कि कुछ दस्तावेजों में इजहार की फैक्टरियों को मिले कोयले को कोलियरी से उठा कर कालाबाजारी के लिए ले जाने का उल्लेख है। इस रजिस्टर में कोलियरी से कोयला उठाने के बाद ट्रकों को बनारस और बिहार भेजे जाने का ब्योरा दर्ज है। कालाबाजारी से जुड़े इस रजिस्टर में कोलियरी से कोयला उठाव की तिथि, बनारस, डेहरी भेजने की तिथि और कोयले के वजन का उल्लेख है। इजहार के घर से मिले दूसरे रजिस्टर में इस कालाबाजारी पर पर्दा डालने के लिए कोयले को फैक्टरियों तक पहुंचाने का ब्योरा दर्ज है।इस रजिस्टर में कोलियरियों से फैक्टरियों तक कोयले की ढुलाई के लिए इस्तेमाल किये गये ट्रकों के नंबर दर्ज हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इडी ने नमूने के तौर पर कोलियरी से इजहार की ‘ओकासा कोक डिविजन’, तनजिल रिफ्रैक्टरी और ‘रुमाना फ्यूल’ नामक कंपनियों में कोयला पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किये गये कुछ ट्रकों के नंबरों की जांच की। इसमें पाया गया कि रजिस्टर में दिखाया गया ट्रक जेएच02एए-7322, हकीकत में मोटरसाइकिल है।हजारीबाग परिवहन कार्यालय में दर्ज ब्योरे के अनुसार यह मोटरसाइकिल संतोष कुमार सिंह की है। वह इस मोटरसाइकिल के दूसरे मालिक है लेकिन, इजहार ने रजिस्टर में इस मोटरसाइकिल से 25.65 एमटी कोयला अपनी फैक्टरी तक ढोने का उल्लेख किया है।
इजहार के रजिस्टर में अल्ताफ खान की मोटरसाइकिल जेएच02टी-7366 से 24.50 एमटी कोयला तनजिल रिफ्रैक्टरी तक पहुंचाने का उल्लेख है। अल्ताफ खान भी कोयले ढोनेवाली इस मोटरसाइकिल के दूसरे मालिक है।रजिस्टर में प्रकाश महतो की मोटरसाइकिल नंबर जेएच02 डब्ल्यू-1520 से 23.95 एमटी कोयला तनजिल रिफ्रैक्टरी तक पहुंचाने का उल्लेख है।इसी तरह कोयले की कालाबाजारी पर पर्दा डालने के लिए तैयार इस रजिस्टर में गणेश कुमार की मोटरसाइकिल जेएच19 ए-6768 से रुमाना फ्यूएल्स में 25.30 एमटी कोयला पहुंचाने का उल्लेख किया गया है।
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