औरैया (उत्तरप्रदेश): बीएसएफ (BSF) के एक जवान ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है। इस सब के पीछे की वजह अपनी पत्नी को बताया है। वह पिछले दो सालो से अपनी पत्नी से तंग आ चुका है। उसकी पत्नी उसके खिलाफ लगातार झूठे मुकदमे लिखा रही है, जिसकी वजह से जवान के परिवार के लोग जेल भी जा चुके हैं और प्रशासन कोई मदद नहीं करता है। बताते चले कि यह बीएसएफ जवान इस समय जम्मू कश्मीर में तैनात है।
यह पूरा मामला औरैया जिले के थाना सहार के पुर्वा रावत गांव के रहने वाले एक बीएसएफ के जवान मुहम्मद दस्तगीर कुरैशी का है जो छुट्टी लेकर घर आया है और वह मदद की गुहार लगा रहा है। बीएसएफ के जवान ने बताया कि वह पिछले दो सालो से अपनी पत्नी से तंग है अब उसको और उसके परिवार को भी अपनी पत्नी से जान का खतरा है। जवान ने अपने पत्र में लिखा कि उनकी पत्नी उसके खिलाफ लगातार झूठे मुकदमे लिखा रही है, जिसकी वजह से जवान के परिवार के लोग जेल भी जा चुके हैं। मगर प्रशासन से मदद मांगने के बाद भी कोई मदद नहीं की जा रही है।
जवान ने बताया कि उसकी पत्नी शादी के कुछ महीने बाद ही उसपर दहेज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया था। जिसके बाद जवान ने कानपुर देहात मुख्यालय जिलाधिकारी ऑफिस के बाहर एक वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर शेयर कर न्याय की गुहार लगाई। जिसमें उसने अपनी आपबीती बताते हुए सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
इसके साथ ही जवान का आरोप लगाते हुए बताया कि उसके ऊपर लगाए गए तमाम मुकदमे फर्जी हैं। कानपुर देहात जिले के थाना अकबरपुर और थाना रूरा में लिखाए गए अलग-अलग मुकदमों की जांच जनपद कानपुर देहात की पुलिस और क्राइम ब्रांच पुलिस की तरफ से जांचकर अंतिम रिपोर्ट भी लगा दी गयी थी, लेकिन मेरी पत्नी ने न्यायालय में पिटीशन दाखिल कर मेरे और मेरे परिवार को जेल भिजवा दिया था।
मामले को लेकर जवान ने बताया कि साल 2017 में थाना अकबरपुर जनपद कानपुर देहात में जो मुकदमा दर्ज कराया गया था, उस वक्त वह जम्मू कश्मीर में सीमा सुरक्षा बल में सिपाही के पद पर ड्यूटी कर रहा था। जिसके बाद से सिपाही न्याय के लिए भटक रहा है, जब न्याय नहीं मिला तो देश के जवान ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। इसके साथ ही जवान ने बताया कि या तो मुकदमों की सीबीआई जांच हो या फिर उसे इच्छा मृत्यु दे दी जाए।