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गढ़वा: चिनियां थाने के सिगसिगा खुर्द गांव निवासी सह भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि झामुमो में शामिल कराने और विभिन्न योजनाओं की जांच कराने को लेकर झामुमो नेता नीतेश सिंह वर्ष 2022 से ही धमकी दिया जा रहा था। वर्ष 2022 में ही मेरी पत्नी पंचायत समिति सदस्य निर्वाचित हुई थी। इस समय से और भी नीतेश सिंह मुझे लक्ष्य कर रखा था और गोली मरवाने की धमकी देते थे। बरवाडीह पंचायत की मुखिया नीतेश सिंह की पत्नी है। कागज पर ही कईं योजनाओं का निष्पादन कर लाखो रुपये की निकासी कर ली गई है। इनमें कूप, मनरेगा व 15वें वित्त योजना शामिल है। वे सोमवार को ईलाज कराकर रांची से लौटने के बाद उन्होंने कहा कि सात मार्च की दोपहर करीब तीन बजे अपने घर से चिनियां के लिए निकला था। इसी बीच रास्ते में तहले पुलिया के समीप एक उजला अपाची पर सवार दो व्यक्ति पहुंचे और मेरी हत्या की नियत से गोली मार दिया। लेकिन गोली मेरी गर्दन में लगी। इसके बाद वे लोग भाग निकले। मैं भी किसी तरह आसपास के रिश्तेदारों को सूचित किया। इसके बाद ईलाज के लिए गढ़वा, मेदिनीनगर होते हुए रांची पहुंचा। जहां से वापस लौटा हूं।

योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि झामुमो नेता नीतेश सिंह हमेशा मुझे झामुमो में शामिल होने का दबाव यह कहते हुए बनाते थे कि हमलोगों की सरकार है, मिथिलेश कुमार ठाकुर मंत्री हैं। तुम्हारा जांच कराने से कुछ बिगड़ने वाला नहीं है और लगातार धमकी देते थे। भ्रष्टाचार को उजागार करने में सूचना अधिकार अधिनियम के तहत सूचना मांग करता था। योजनाओं में काफी गड़बड़ी सामने आई थी। उन्होंने कहा कि मेरी हत्या में पूर्व मंत्री के दाहिना हाथ नीतेश सिंह, उनका साला नीतू सिंह, मुख्तार अंसारी आदि बार-बार धमकी देते थे। हमलोग मंत्री जी के साथ हैं। तुम सूधर जाओ, तुम्हारा परिवार है। उन्होंने कहा कि मेरे भाई सुनील साव ने प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है। पुलिस प्रशासन और सरकार अविलंब आरोपियों को गिरफ्तार कर मुझे न्याय दिलाएं।


भ्रष्टाचार में संलिप्त उपायुक्त पर ही प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए : सत्येंद्रनाथ

गढ़वा। भाजपा विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि उपायुक्त शेखर जमुआर पर हत्या करने की कोशिश की प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए। योजनाओं में गड़बड़ी और कमीशनखोरी के मामले में उपायुक्त गंभीरता दिखाते हुए कार्रवाई किए होते तो योगेंद्र प्रसाद के साथ ऐसी घटना नहीं घटती। योजनाओं में अरबों रुपये की घोटाला किया गया है। डीसी रुपये के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। कमजोर व भ्रष्ट अधिकारी हैं। इस मामले को विधान सभा के पटल पर अवश्य उठाया जाएगा। उपायुक्त ने आनन-फानन में योग्य किसानों का पीएम किसान योजना से नाम काटने का काम किया। वर्षों से पीएम किसान का पैसा दूसरे जिले के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट डीसी के खिलाफ सदन में आवाज बुलंद करुंगा। वहीं किसानों को योजनाओं से लाभान्वानित कराने के लिए तत्पर रहूंगा। योगेंद्र प्रसाद के साथ घटी घटना में पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर की भी भूमिका संदिग्ध हैं। पुलिस प्रशासन घटना की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करें।