PhonePe gets RBI Approval for Online Payment Aggregator: डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म PhonePe ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर के रूप में काम करने की अंतिम मंजूरी प्राप्त हो गई है। इस फैसले के बाद कंपनी देशभर में अपनी सेवाओं का दायरा और बढ़ा पाएगी, खासकर छोटे और मझोले उद्यमों (SMEs) को डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम से जोड़ने पर जोर दिया जाएगा।
कंपनी के अनुसार, इस अनुमति से व्यापारियों को एक भरोसेमंद और सुरक्षित भुगतान मंच उपलब्ध होगा। इससे ग्राहकों को निर्बाध और सहज पेमेंट अनुभव मिलेगा, वहीं कारोबारियों को भी लेनदेन सफलता दर में सुधार का लाभ होगा।
फोनपे के मुख्य व्यवसाय अधिकारी (मर्चेंट बिजनेस) युवराज सिंह शेखावत ने कहा,
“आरबीआई की यह मंजूरी हमारे लिए वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम है। हमारा उद्देश्य छोटे और मध्यम उद्यमों सहित उन कारोबारियों तक डिजिटल समाधान पहुंचाना है, जो अब तक इससे वंचित रहे हैं।”
फोनपे का प्लेटफॉर्म कारोबारियों के लिए आसान ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया, डेवलपर-फ्रेंडली एप्लिकेशन और रेडी-टू-यूज़ प्लग-इन उपलब्ध कराता है। कंपनी का दावा है कि इन सुविधाओं से व्यापारी तेजी से मंच से जुड़ सकते हैं, उनकी पेमेंट सफलता दर में बढ़ोतरी होती है और व्यवसाय को विस्तार देने में मदद मिलती है।
फोनपे का सफर और उपलब्धियां
फोनपे का डिजिटल पेमेंट ऐप अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था।
अगस्त 2025 तक इसके 650 मिलियन (65 करोड़+) से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हो चुके हैं।
कंपनी का डिजिटल पेमेंट नेटवर्क 45 मिलियन (4.5 करोड़+) व्यापारियों तक फैला है।
प्लेटफॉर्म पर रोजाना औसतन 360 मिलियन (36 करोड़+) से अधिक लेनदेन होते हैं।
फोनपे का वार्षिक कुल भुगतान मूल्य (TPV) 150 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
डिजिटल लेनदेन के तेजी से बढ़ते दौर में आरबीआई की यह मंजूरी न केवल फोनपे के लिए बल्कि देश के करोड़ों छोटे कारोबारियों और ग्राहकों के लिए भी गेम-चेंजर साबित हो सकती है।
PhonePe को RBI से ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर लाइसेंस, देशभर के कारोबारियों को मिलेगा सुरक्षित डिजिटल मंच

