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शादी के एक हफ्ते पहले दामाद के साथ फरार हुई सास, रुपये और जेवर भी उड़ा ले गई

On: April 10, 2025 7:25 AM
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अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है। जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल , 16 अप्रैल को युवती की शादी तय थी, लेकिन इससे पहले ही उसकी मां ने दामाद को अपने प्रेमजाल में फंसा लिया और दोनों मिलकर लाखों की नकदी और कीमती जेवरात लेकर फरार हो गए। लड़की के परिवार में इस घटना से कोहराम मच गया है। परिजनों ने तुरंत मडराक थाने में FIR दर्ज करवाई है, और अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मामला मडराक थाना इलाके के मनोहरपुर गांव का है। यहां रहने वाले जितेंद्र कुमार बेंगलुरु में काम करते हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने अपनी बेटी शिवानी का रिश्ता राहुल के साथ तय किया था। बेटी की शादी के लिए पिता ने 5 लाख का जेवर तैयार करवाया था और 3 लाख 50 हजार रुपये का भी इंतजाम किया था। मगर इस रिश्ते के साथ ही एक अजीब-गरीब लव स्टोरी शुरू हो गई।

दरअसल, जब शिवानी और राहुल की सगाई हुई तब शिवानी की मां ने अपने दामाद को एक स्मार्टफोन दिया। ये ही स्मार्टफोन सास और होने वाले दामाद के बीच रिश्तों की वजह बन गया। राहुल शिवानी की जगह उसकी मां यानी अपनी होने वाली सास से बात करने लगा। सास को भी अपने होने वाले दामाद राहुल की बातें अच्छी लगने लगीं और दोनों के बीच घंटों-घंटों बातों का सिलसिला शुरू हो गया। तब तक बेटी और महिला के पति ने इन सभी बातों पर गौर नहीं किया। मगर राहुल और महिला के बीच रिश्तों की नींव पड़ चुकी थी। शिवानी की शादी में 8 दिन ही बचे थे। 16 अप्रैल को उसकी शादी थी। पिता यानी जितेंद्र भी बेटी की शादी के लिए घर आ गए थे। पूरा परिवार शादी की तैयारियां कर रहा था। मगर रविवार के दिन शिवानी की मां किसी काम का बहाना बनाकर घर से बाहर निकली, फिर वह घर वापस नहीं आई। परिजन महिला को खोजते रहे। मगर उसका कुछ पता नहीं चला। फिर महिला के परिजनों को खबर मिली की उनका होने वाला दामाद राहुल भी अपने घर से गायब है। फिर जो सच्चाई सामने आई, उसे जानकर पूरा परिवार हिल गया। फिर ये भी पता चला कि महिला भी बेटी की शादी के लिए घर में रखे 5 लाख के जेवर और 3 लाख 50 हजार रुपये लेकर गायब हुई है। बेटी का कहना है कि उसकी मां ने घर में 10 रुपये तक नहीं छोड़े हैं

Vishwajeet

मेरा नाम विश्वजीत कुमार है। मैं वर्तमान में झारखंड वार्ता (समाचार संस्था) में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। समाचार लेखन, फीचर स्टोरी और डिजिटल कंटेंट तैयार करने में मेरी विशेष रुचि है। सटीक, सरल और प्रभावी भाषा में जानकारी प्रस्तुत करना मेरी ताकत है। समाज, राजनीति, खेल और समसामयिक मुद्दों पर लेखन मेरा पसंदीदा क्षेत्र है। मैं हमेशा तथ्यों पर आधारित और पाठकों के लिए उपयोगी सामग्री प्रस्तुत करने का प्रयास करता हूं। नए विषयों को सीखना और उन्हें रचनात्मक अंदाज में पेश करना मेरी कार्यशैली है। पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करता हूं।

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कानपुर का “I Love Mohammad” विवाद : पोस्टर से भड़की बड़ी बहस
कानपुर शहर हाल ही में एक पोस्टर विवाद की वजह से सुर्खियों में आ गया। मामला तब शुरू हुआ जब शहर के एक इलाके में बिना अनुमति “I Love Mohammad” लिखे बैनर और पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर कुछ ही समय में चर्चा का विषय बन गए और कई लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से जोड़कर आपत्ति जताई। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने बैनर हटवाया और मामले की जांच शुरू की।
प्रशासन का कहना है कि यह विवाद असल में “बिना अनुमति बैनर लगाने” का है, लेकिन इसे धर्म से जोड़कर फैलाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की अफवाह या नफरत फैलाने वाले काम को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शांति व्यवस्था बनाए रखना सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
यह विवाद कानपुर तक सीमित नहीं रहा। धीरे-धीरे इसकी आंच उन्नाव, बरेली और यहां तक कि उत्तराखंड तक पहुंच गई। वाराणसी में साधु-संतों ने इसका जवाब “I Love Mahadev” पोस्टर लगाकर दिया। इस तरह मामला एक “पोस्टर वार” में बदल गया, जिससे समाज में तनाव की स्थिति पैदा होने लगी।
मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने पुलिस प्रशासन से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधि को रोकने की अपील की। वहीं, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी कहा कि धार्मिक आस्था का सम्मान होना चाहिए और ऐसे विवादों को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
यह पूरा घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि छोटे-छोटे मुद्दे भी अगर सही समय पर नियंत्रित न किए जाएं तो वे बड़े विवाद का रूप ले सकते हैं। समाज को चाहिए कि आपसी भाईचारे और सद्भाव को बनाए रखते हुए ऐसे मामलों से दूरी बनाए।

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