फ्रैक्चर के बाद शरीर में लगा रॉड, एंबुलेंस में लेटा हुआ दूल्हा बारात लेकर पहुंचा दूल्हन के घर।

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गढ़वा :- जिले में एक विवाह इन दिनों चर्चा में है। दरअसल शादी से ठीक 4 दिन पहले कार दुर्घटना हुई जिसमें दूल्हा बाल-बाल बच गया। लेकिन इस दौरान उसका कुल्हा फ्रैक्चर कर गया। जिसके बाद डॉक्टर ने रॉड लगाकर कच्चा प्लास्टर चढ़ा दिया और सीधे लेटकर रहने को कहा। इस घटना के बाद घरवालों ने शादी की तारीख आगे बढ़ाने की बात कही, क्योंकि दुर्घटना के अगले ही दिन तिलक समारोह था। लेकिन दूल्हे ने तय मुहुर्त में ही शादी करने की बात कही। एंबुलेंस में लेटकर ही दूल्हा दुल्हन के घर बारात लेकर पहुंचा और शादी की सारी रस्में अदा की और दुल्हन की मांग भरकर उसे विदा कराकर ले गया।

मामला है गढ़वा जिले के कांडी थाना क्षेत्र के खुटहेरिया पंचायत के बेलोपाती गांव का। जहाँ के पुजारी सुदर्शन मिश्रा के बेटे चंद्रेश मिश्र की शादी पलामू जिला के चैनपुर प्रखंड के पनेरीबांध गांव निवासी मिथिलेश मिश्र की बेटी प्रेरणा के साथ तय थी। 23 जून को तिलक व 25 को विवाह था। घर में शादी की तैयारी चल रही थी। शादी से कुछ दिन पहले चंद्रेश ने कार खरीदी। जिससे वह खरीदारी कर रहा था। इसी क्रम में 22 जून को चंद्रेश कार से खरीदारी करने गढ़वा गया। वह दो बार कार से आना-जाना कर चुका था। वहीं तीसरी बार गढ़वा से कांडी लौटने के दौरान बोकेया में कार अनियंत्रित हो गई और एक पेड़ से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गये। लेकिन गनीमत रही कि एयर बैग की वजह से चंद्रेश की जान बच गई। हादसे में चंद्रेश का कुल्हा फ्रैक्चर कर गया। घटना की सूचना पर घर में कोहराम मच गया। आनन-फानन में चंद्रेश को अस्पताल ले जाया गया।

जहां डॉक्टर ने रॉड लगाकर कच्चा प्लास्टर चढ़ा दिया और सीधे लेटकर रहने की सलाह दी। परिवार वाले शादी की तारीख आगे बढ़ाने की बात कर रहे थे। लेकिन चंद्रेश ने हिम्मत दिखाते हुए तय दिन और मुहुर्त में ही शादी का निर्णय लिया। जिसके बाद 23 जून को धूमधाम से तिलक समारोह हुआ और 25 जून को धूमधाम से बारात निकली। बाराती नाचते गाते दुल्हन के घर पहुंचे। दूल्हा चंद्रेश एंबुलेंस में लेटकर स्ट्रेचर से पहुंचा। तय मुहुर्त में एंबुलेंस से स्ट्रेचर पर उठाकर दूल्हे को मंडप में ले जाया गया। संक्षिप्त कर्मकांड के बाद दूल्हा चंद्रेश ने दुल्हन प्रेरणा की मांग भर और उसे विदा कराकर ले गया। जिसने भी इस विवाह को देखा उन्होंने दुल्हा-दुल्हन के तारीफों के पुल बांधे। सबके मुंह से ये ही निकला एक विवाह ऐसा भी…..