सिल्ली :- अगर कोई व्यक्ति गहराई से सोच विचार करे और सही योजना बनाकर, सही दिशा में आगे बढ़े, तो वह इंसान निश्चित रूप से अपने किसी भी सपने को हकीकत में बदल सकता है। यही सपने को सच करने के लिए दिल्ली से सिल्ली बिरसा मुंडा तीरंदाजी सेंटर पहुंचा तीरंदाज
प्रतीक कुमार। वो दिल्ली के आनंद विहार में पिछले कई वर्षों से तीरंदाजी का अभ्यास कर रहा था। परंतु उसे वहां से ऊंची उड़ान की रास्ता नहीं दिखने पर वह दिल्ली से सीधे सिल्ली पहुंचा।
प्रतीक कुमार ने बताया कि सिल्ली आर्चरी सेंटर की उपलब्धियां बराबर वह अपने सेंटर पर चर्चा होते सुना था । एवं गूगल पर भी उन्होंने ढेर सारी उपलब्धिया देखी। जिसके बाद उन्होंने ठान लिया की सिल्ली पहुंचकर ही आगे का रास्ता तय करना है। प्रतीक के जिद के आगे इंडियन आर्मी में कार्यरत उनके पिता ने भी हार मान ली एवं उन्हें उनके माता के साथ सिल्ली भेज दिया। जहां वह पिछले कई दिनों से तिरंदाजी का बेहतर गुर सीख रहा है। कोच प्रकाश राम ने बताया कि आर्चरी सेंटर में रहने के लिए पर्याप्त सुविधा उपलब्ध नहीं है परंतु प्रतीक की ज़िद के आगे उन्हें भी झुकना पड़ा। कहते हैं ना कि हम अपनी अलग पहचान तभी बना सकते हैं, जब हमारे भीतर जोखिम लेने का साहस हो। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर असीम प्रतिभा छिपी होती है, जो व्यक्ति नया और अलग करने के साथ जोखिम उठाकर आगे बढ़ने का प्रयास करता है, उसे निश्चित रूप से सफलता मिलती है, और वह सफलता की बुलंदियों पर पहुंच कर समाज एवं देश में अपनी अलग एवं विशिष्ट छवि बनाते हैं।