वाशिंगटन: पाकिस्तान के चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज (CDF) फील्ड मार्शल असीम मुनीर को लेकर अमेरिका में बड़े स्तर पर बयान सामने आया है। पेंटागन के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी माइकल रुबिन ने पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश करार दिया और कहा कि अगर आसिम मुनीर अमेरिका आते हैं तो उन्हें सम्मानित करने के बजाय गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान असीम मुनीर के जून महीने में व्हाइट हाउस दौरे को लेकर भी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि असीम मुनीर को अमेरिका आने पर सम्मान दिए जाने के स्थान पर गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था।
रुबिन ने स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिका के लिए पाकिस्तान को गले लगाने का कोई रणनीतिक कारण नहीं है। उनके अनुसार, पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने वाला देश घोषित किया जाना चाहिए और अमेरिका को इसके खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को पर्दे के पीछे शांतिपूर्ण और सूझबूझ वाली कूटनीति अपनाने की आवश्यकता है। रुबिन ने भारत के साथ पिछले एक साल के अमेरिका के व्यवहार की भी आलोचना की और कहा कि इसके लिए अमेरिका को खुलकर माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि चाहे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अहंकार कितना भी बड़ा क्यों न हो, लोकतंत्र के हित किसी एक व्यक्ति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं।
भारत और रूस के रिश्तों पर रुबिन की राय
माइकल रुबिन ने भारत और रूस के बीच बढ़ते संबंधों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा और भारत-रूस संबंधों को मजबूत करना डोनाल्ड ट्रंप की रणनीति का परिणाम है, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।
रुबिन की टिप्पणियों ने अमेरिका, पाकिस्तान और भारत के बीच कूटनीतिक दृष्टिकोण पर नई बहस छेड़ दी है। विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे बयान न केवल द्विपक्षीय संबंधों पर असर डाल सकते हैं, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी रणनीतियों पर भी असर डाल सकते हैं।
‘आसिम मुनीर को गिरफ्तार करें और भारत से माफी मांगे अमेरिका’, पेंटागन के पूर्व अधिकारी का बड़ा बयान












