Ashes 2025-26: इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने आखिरकार ऑस्ट्रेलिया की धरती पर एशेज में जीत का लंबा इंतजार खत्म कर दिया है। एशेज टेस्ट सीरीज के चौथे मुकाबले में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को चार विकेट से शिकस्त देकर इतिहास रच दिया। यह साल 2011 के बाद पहली बार है, जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया में किसी एशेज टेस्ट मैच में जीत दर्ज की है। इंग्लैंड ने आखिरकार जीत का स्वाद चखा और सीरीज की स्थिति फिलहाल 3-1 है।
हालांकि मुकाबला रोमांच से भरपूर रहा, लेकिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मैच कुछ मायनों में निराशाजनक भी रहा, क्योंकि यह टेस्ट दो दिन से भी कम समय में समाप्त हो गया। तेज गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर पहले ही दिन कुल 20 विकेट गिर गए, जिससे यह साफ हो गया कि बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान नहीं होने वाला है।
टॉस जीतकर इंग्लैंड का गेंदबाजी का फैसला
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेले गए इस ऐतिहासिक टेस्ट में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही और पूरी टीम पहली पारी में 45.2 ओवर में महज 152 रन पर सिमट गई। कंगारू टीम की ओर से माइकल नीसर ने सर्वाधिक 35 रन बनाए।
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। जोश टंग ने घातक गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट झटके, जबकि गस एटकिंसन को दो सफलता मिली। इसके अलावा ब्रायडन कार्स और कप्तान बेन स्टोक्स ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।
इंग्लैंड की पहली पारी भी लड़खड़ाई
इसके जवाब में इंग्लैंड की बल्लेबाजी भी कुछ खास नहीं कर सकी। पूरी टीम 29.5 ओवर में सिर्फ 110 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी जबरदस्त वापसी की। माइकल नीसर ने चार विकेट चटकाए, स्कॉट बोलेंड को तीन, मिचेल स्टार्क को दो और कैमरन ग्रीन को एक विकेट मिला। पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 42 रनों की बढ़त हासिल हुई।
दूसरी पारी में इंग्लैंड की घातक गेंदबाजी
बढ़त के बावजूद ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में दबाव नहीं झेल सकी और पूरी टीम सिर्फ 132 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने एक बार फिर मैच पर पकड़ बना ली। ब्रायडन कार्स और बेन स्टोक्स ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि जोश टंग ने दो और गस एटकिंसन ने एक विकेट हासिल किया।
लक्ष्य का पीछा कर इंग्लैंड ने दर्ज की यादगार जीत
ऑस्ट्रेलिया से मिले 175 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने संयमित बल्लेबाजी करते हुए 32.2 ओवर में छह विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसी के साथ इंग्लैंड ने न सिर्फ मुकाबला जीता, बल्कि ऑस्ट्रेलिया में 14 साल बाद एशेज टेस्ट जीतकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया।














