रामगढ़ : गोला प्रखंड के सोसो कलां गांव में सरस्वती माता की मूर्ति विसर्जन के दौरान कथित अल्पसंख्यकों के द्वारा ईंट पत्थरों से हमला करने की खबर है। इस हमले में महिलाओं में समय दो लोग घायल बताए जा रहे हैं।जिसमें एक लड़की की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि रामगढ़ के गोला में सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस पर समुदाय विशेष द्वारा हिंसक हमला किया गया. जिसमें दो श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. ग्रामीण शांतिपूर्वक मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जित करने जा रहे थे, लेकिन समुदाय विशेष के लोगों द्वारा रास्ता रोककर जुलूस में जा रहे बच्चों, महिलाओं पर हमला किया गया.
हैरानी की बात है कि घटना के वीडियो में दिख रहे आरोपियों की पहचान स्पष्ट होने के बाद भी पुलिस ने किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है. अगर जल्द ही प्रशासन ने आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई नहीं की, तो जनता को मजबूरन आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा सोशल मीडिया पोस्ट में बाबूलाल ने कहा है कि कुछ साल पहले सरस्वती पूजा के विसर्जन जुलूस से खींचकर रूपेश पांडेय की हत्या कर दी गई थी. क्या इस बार भी आप और आपकी पुलिस प्रशासन ऐसे ही किसी निर्दोष की हत्या का इंतजार कर रहा है? आखिर प्रशासन ने समुदाय विशेष के लोगों को उपद्रव मचाने की इतनी ढील क्यों दे रखी है? क्या हेमंत सरकार की तुष्टीकरण नीति के चलते अपराधियों को खुली छूट दी जा रही है?
बताया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम सोसोकला गांव में विसर्जन जुलूस के रूट को लेकर हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय में झड़प हो गई। जिसमें 6 से अधिक लोग घायल बताये जा रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही गोला थाने के इंस्पेक्टर पंकज कुमार, थाना प्रभारी अभिषेक प्रताप फ़ोर्स को लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थिति को तुरंत संभालते हुए जुलूस को आगे बढ़ाया।
महिलाओं पर हमला
इस हिंसक झड़प में जागेश्वर चौधरी, अनीता देवी, यशोदा देवी, मीना देवी समेत कई लोग घायल हुए हैं। इनका उपचार करके घर भेज दिया गया है। वहीं सौम्या कुमारी की स्थिति गंभीर है। उसे बेहतर इलाज के सदर अस्पताल रामगढ़ रेफर कर दिया गया। वहां ICU में उसका इलाज हो रहा। इधर पुलिस घटना की जांच में जुट गई है।