बरडीहा: प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बरडीहा में 45 गर्भवती महिलाओं को जांच किया गया। इस अभियान के तहत प्रत्येक महीने 9 तारीख को एंटी नेटल केयर यानि एएनसी अर्थात प्रसव पूर्व जांच किया जाता है।
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुलदेव चौधरी ने कहा कि मां बनना एक स्त्री के लिए उसके जीवन का सबसे सुखद एहसास है। गर्भावस्था जहां खुशी का पल होता है इस दौरान जच्चा बच्चा की उचित देखभाल करना जरूरी होता है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं की समय पर प्रसव पूर्व जांच जरूरी है।
डॉ चौधरी ने कहा की प्रसव पूर्व जांच से हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, कुपोषण, खून की कमी आदि की पहचान कर उसका सही इलाज किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान मां को होने वाली कई गंभीर बीमारियों का पता लगाकर समय रहते भ्रूण को बीमारी से बचाव किया जा सकता है। जांच के दौरान गर्भवती में कुपोषण का पता चल जाता है जिसके बाद उन्हें पोषक आहार संबंधी उचित परामर्श दिया जाता है। नियमित प्रसव पूर्व जांच कराने वाली महिलाओं के बच्चे स्वस्थ होते हैं। जो मातृ-शिशु की मृत्यु दर को भी काम करता है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव काल के 9 माह में कम से कम चार बार प्रसव पूर्व जांच जरूर कराना चाहिए। जिसमें ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, वजन, लंबाई, पेशाब में शक्कर व प्रोटीन जांच सहित एचआईवी, हेपेटाइटिस बी व अन्य प्रकार की आवश्यक जांच शामिल है। इन सब जांच के साथ ही महिलाओं को टेटनेस का इंजेक्शन, आयरन फोलिक एसिड के टैबलेट दिए जाते हैं। यदि महिला में खून की कमी होती है तो पोषण संबंधी सलाह दी जाती है। इसके बाद जरूरत के हिसाब से कुछ अन्य दवाएं भी चलाई जाती हैं।
मौके पर सीएचओ वीरेंद्र कुमार, एएनएम देवंती देवी, एमपीडब्ल्यू दिलीप कुमार गुप्ता, फील्ड सुपरवाइजर राकेश कुमार, रजनीकांत सिन्हा, सहिया रेखा देवी, ललिता देवी, कविता देवी, मंजू देवी, उर्मिला देवी, आदि उपस्थित थे।