---Advertisement---

चुनावों के पूर्व JMM का बड़ा एक्शन, विधायक लोबिन हेम्ब्रम और सीता सोरेन को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला

On: May 17, 2024 3:33 PM
---Advertisement---

रांची: लोकसभा और गांडेय विधानसभा उपचुनाव के पूर्व झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पार्टी के कथित बागियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। भारतीय जनता पार्टी में जा चुकी और दुमका सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही सीता सोरेन को जेएमएम ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।


वहीं दूसरी ओर राजमहल से निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में नामांकन दाखिल करने के बाद लोबिन हेम्बेरोम को भी पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।


बता दें कि कुछ दिन पहले ही जेएमएम से नाराज चल रही सीता सोरेन ने पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हुई थी. जिसके बाद बीजेपी के तरफ से उन्हें दुमका से प्रत्याशी बनाया गया था।उन्होने भारतीय जनता पार्टी के तरफ से जोर शोर से प्रचार शुरु कर दिया था। इसी को देखते हुए जेएमएम ने बड़ा एक्शन लिया और सोरेन को पार्टी से 6 साल के बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

जबकि बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम को झामुमो ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है।बताया जा रहा है कि लोबिन को पार्टी विरोधी कार्य करने पर निष्कासित किया गया है।

झामुमो सुप्रीमो ने पत्र जारी कर इसका ऐलान किया है.

जारी पत्र में कहा गया है कि विभिन्न जन संवादों माध्यमों तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से प्राप्त सूचना के आधार पर वर्तमान लोकसभा आम चुनाव 2024 में राजमहल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में नामांकन कर गठबंधन धर्म के विपरीत काम किया गया है। साथ ही लोबिन द्वारा पार्टी के कार्यकर्ताओं को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए लोबिन को सभी पदों से पद मुक्त करते हुए पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से आगामी 6 वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।

गौरतलब हो कि जेएमएम पार्टी से बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम अपनी बेबाकी अंदाज के लिए जाने जाते हैं।वह जेएमएम पार्टी में रहते हुए पार्टी के खिलाफ बोलने की हिम्मत रखते हैं।लंबे समय से लोबिन हेंब्रम जेएमएम पार्टी से नाराज चल रहे थे और उन्होंने राजमहल सीट से लोकसभा चुनाव 2024 में निर्दलीय लड़ने का फैसला लिया था. 7 मई के दिन लोबिन हेंब्रम नामांकन दाखिल किया था।नामांकन करने के बाद लोबिन ने कहा था कि किसी की हैसियत नहीं है कि वह गुरुजी से हमको अलग कर सके. हमारी पूरी लड़ाई ही गुरुजी के आदर्शों को स्थापित करने की है, जिस जल जंगल और जमीन की लड़ाई का दिशोम गुरु ने सिंहनाद किया था, आदिवासी-मूलवासी अस्मिता की जो हुंकार लगायी थी, हमारी पूरी लड़ाई दिशोम गुरु के उस सपनों को स्थापित करने की है, हम कल भी झामुमो के साथ थें, आज भी झामुमो के साथ ही है, हमारी जीत झामुमो की जीत है. राजमहल के इस किले को फतह कर गुरुजी के चरणों में भेंट करना है, जिस प्रकार पूरी पार्टी पर आज पिंटू और पंकज मिश्रा जैसे लोगों ने कब्जा जमा लिया है, पार्टी को उससे मुक्ति प्रदान करने की है. झामुमो को एक बार फिर से गुरुजी से आर्दशों पर आगे बढ़ाने की है. लेकिन अब इसी बीच उन्हें पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है.

Satyam Jaiswal

सत्यम जायसवाल एक भारतीय पत्रकार हैं, जो झारखंड राज्य के रांची शहर में स्थित "झारखंड वार्ता" नामक मीडिया कंपनी के मालिक हैं। उनके पास प्रबंधन, सार्वजनिक बोलचाल, और कंटेंट क्रिएशन में लगभक एक दशक का अनुभव है। उन्होंने एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से शिक्षा प्राप्त की है और विभिन्न कंपनियों के लिए वीडियो प्रोड्यूसर, एडिटर, और डायरेक्टर के रूप में कार्य किया है। जिसके बाद उन्होंने झारखंड वार्ता की शुरुआत की थी। "झारखंड वार्ता" झारखंड राज्य से संबंधित समाचार और जानकारी प्रदान करती है, जो राज्य के नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।

Join WhatsApp

Join Now