प्रयागराज: प्रयागराज महाकुंभ की शुरुआत से पहले जूना अखाड़े ने बड़ा फैसला लिया है। जूना अखाड़े ने 13 साल की राखी सिंह को संन्यास की दीक्षा देने वाले महंत कौशल गिरि के खिलाफ कार्रवाई की है। साथ ही नाबालिग लड़की को भी संत के लिए अयोग्य करार दिया है। जूना अखाड़े ने महंत कौशल गिरि को 7 साल के लिए अखाड़े से निष्कासित किया है। जूना अखाड़े की महासभा ने सर्वसम्मति से 7 साल के लिए महंत कौशल गिरि को अखाड़े से निष्कासित किया है। साथ ही नाबालिग कन्या को तत्काल उसके माता-पिता के पास वापस भेजने का आदेश दिया ।
जूना अखाड़ा की बैठक में यह प्रस्ताव भी पास किया गया कि अब 22 वर्ष से कम आयु होने पर ही महिला को संन्यास दीक्षा दी जाएगी। जूना अखाड़े के संत कौशल गिरि ने पिछले दिनों आगरा के पेठा व्यापारी संदीप सिंह और उनकी पत्नी रीमा की मौजूदगी में उनकी बेटी राखी सिंह धाकरे को साध्वी बनाया था। संत कौशल गिरि ने राखी को गौरी गिरि नाम दिया था। इस दौरान गौरी गिरि का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उसका कहना है कि वो पढ़ लिखकर आईएएस बनना चाहती थी, इस बीच यहां आई और उसे अखाड़े में शामिल करा दिया गया।