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वक्फ बिल का समर्थन करने पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन को जान से मारने की धमकी,बोले धमकियों से डरने वाले नहीं..!

On: April 5, 2025 8:48 AM
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एजेंसी:वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है फोन कर भी धमकाया जा रहा है। उन्होंने यह जानकारी एक मीडिया से बातचीत में दी है और उन्होंने कहा है कि ऐसी धमकियों से भी डरने वाले नहीं है गालियों से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।

उन्होंने कहा कि मैं सच्ची बात करता हूं। CAA पर तब चीख-चीखकर मैं कहता था कि यह बिल मुसलमानों के अहित में नहीं है, लेकिन तब कितना बड़ा धरना हुआ।

दरअसल, लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल पास होने के बाद शाहनवाज ने फेसबुक पर एक पोस्ट जरिए देशवासियों को बधाई दी थी। उनके पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनके खिलाफ कमेंट करने लगे।

मुसलमानों को घबराने की कोई जरूरत नहीं- शाहनवाज

धमकी मिलने के बाद बीजेपी नेता ने शनिवार को समस्तीपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष इस बिल को लेकर लोगों को गुमराह कर रहा है। डर पैदा करने की कोशिश कर रहा है।

‘मुसलमानों को घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि यह बिल उनके ही फायदे के लिए है। इस बिल से गरीब मुसलमानों को आर्थिक फायदा होगा और उनकी स्थिति में सुधार आएगा।’

‘वक्फ बोर्ड में जहां भ्रष्टाचार था, अब वह समाप्त होगा। इस बिल के बाद वक्फ संपत्तियों का सही तरीके से उपयोग होगा। जिससे मुसलमानों को आर्थिक दृष्टि से लाभ होगा।’

बीजेपी प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था, ‘वक्फ बिल पास हो गया है। बिहार चुनाव में इसका अच्छा असर पड़ेगा। NDA का वोट बढ़ने वाला है। जदयू से जो कथित नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, वो कोई बड़े नेता नहीं है। उन्हें कोई नहीं जानता।’

‘मैंने तो उनका नाम भी कभी नहीं सुना था। बाद में पता चला कि वो जेडीयू के नेता हैं। जदयू के सारे बड़े नेता एकजुट हैं।’

शाहनवाज ने कहा जेडीयू, लोजपा और हम पार्टी के समर्थन से संसद के फ्लोर से वक्फ बिल पास हो गया है। यह बिल गरीब मुसलमानों, अनाथों और विधवाओं के अधिकारों को सुरक्षित करेगा। जो प्रभावशाली लोग वक्फ संपत्तियों पर कुंडली मारकर बैठे हैं और उन्हें लूट रहे हैं, उनकी खुली छूट खत्म हो गई है।

Satish Sinha

मैं सतीश सिन्हा, बीते 38 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़ा हूँ। इस दौरान मैंने कई अखबारों और समाचार चैनलों में रिपोर्टर के रूप में कार्य करते हुए न केवल खबरों को पाठकों और दर्शकों तक पहुँचाने का कार्य किया, बल्कि समाज की समस्याओं, आम जनता की आवाज़ और प्रशासनिक व्यवस्थाओं की वास्तविक तस्वीर को इमानदारी से उजागर करने का प्रयास भी निरंतर करता रहा हूँ। पिछले तकरीबन 6 वर्षों से मैं 'झारखंड वार्ता' से जुड़ा हूँ और क्षेत्रीय से जिले की हर छोटी-बड़ी घटनाओं की सटीक व निष्पक्ष रिपोर्टिंग के माध्यम से पत्रकारिता को नई ऊँचाइयों तक ले जाने का प्रयास कर रहा हूँ।

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